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फोरलेन निर्माण‎ के लिए, टेंडर जारी:कार्तिक मेला क्षेत्र को कालभैरव मंदिर से सीधे जोड़ेंगे


सिंहस्थ-2028 को दृष्टिगत रख अब कार्तिक मेला क्षेत्र को कालभैरव मंदिर से सीधे जोड़ा जाएगा। इससे रामघाट के बड़े पुल से दत्त अखाड़ा क्षेत्र व भैरवगढ़ का मोजमखेड़ी क्षेत्र कनेक्ट हो सकेगा। बड़नगर रोड पर मुल्लापुरा से कालभैरव मंदिर तक यह सड़क बनाई जाएगी। श्री महाकाल लोक व महाकाल मंदिर में दर्शन के बाद श्रद्धालु बाहरी मार्ग से होते हुए विक्रांत भैरव मंदिर, कालभैरव मंदिर व सिद्धवट मंदिर तक पहुंच सकेंगे। साथ ही सिंहस्थ-2028 में साधु-संतों व श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र के साथ में मंदिरों की कनेक्टिविटी मिल सकेगी।

लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा सिंहस्थ के स्थायी निर्माण कार्यों के तहत रामघाट पर बड़े पुल से रणजीत हनुमान मंदिर से हाेते हुए मोजमखेड़ी व मुल्लापुरा से कालभैरव मंदिर तक फोरलेन का निर्माण किया जाएगा। इसका पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता सीई की ओर से टेंडर जारी कर दिया है। इसके तहत करीब 5 किमी में फोरलेन बनाया जाएगा।

इसमें पुलियाओं व सड़क का निर्माण होगा। टारगेट के तहत वर्षाकाल सहित करीब 18 माह में फोरलेन का निर्माण पूर्ण किया जाएगा। यानी वर्ष 2025 के अंत तक फोरलेन बनकर तैयार हो जाएगा। निर्माण कार्य पर करीब 3548.82 करोड़ रुपए खर्च होंगे। टेंडर जारी होने के बाद एजेंसी फिक्स की जाएगी और उसके बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। फोरलेन की ऊंचाई कार्तिक मेला रोड के बराबर रखी जाएगी, ताकि बारिश में पानी भरने या शिप्रा नदी में बाढ़ आने पर रास्ता बंद होने की समस्या नहीं रहेगी।

2016 में नदी पर पुल बनाकर जोड़ा था क्षेत्र

सिंहस्थ-2016 में रामघाट व कालभैरव मंदिर को कनेक्ट करने के लिए सेतु निगम की ओर से शिप्रा नदी पर ब्रिज का निर्माण किया गया था और रोड बनाई गई थी। इसे अब विस्तार रूप देते हुए फोरलेन बनाई जा रही है। सिंहस्थ-2028 में करीब 14 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना के चलते यह फोरलेन बनाया जा रहा है, ताकि बाहरी मार्ग का उपयोग कर लोग आ-जा सकें। इससे शहर की आंतरिक सड़कों पर ट्रैफिक का लोड कम हो सकेगा और जाम आदि की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा। रामघाट क्षेत्र में धार्मिक आयोजन होने के दौरान भैरवगढ़ क्षेत्र के रहवासी इस मार्ग का उपयोग कर आ सकेंगे।

यहां कार्तिक मेले का आयोजन हर साल होता है और साथ ही रामघाट पर धार्मिक आयोजन होते हैं तथा रणजीत हनुमान मंदिर क्षेत्र में सिंहस्थ में साधु-संतों के अखाड़े व आश्रम आदि रहने से मेले के दौरान श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा हो सकेगी।

सिंहस्थ के स्थायी निर्माण शुरू

पीडब्ल्यूडी के अफसरों का कहना है मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप सड़कों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें विशेष रूप से सिंहस्थ मेला क्षेत्र और आसपास की सिंगल सड़कों को टू-लेन व टू-लेन को फोरलेन में बदला जा रहा है।

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