चामुंडा माता के आंगन में यज्ञ, हरसिद्धि की दीप मालिकाएं प्रज्वलित करेंगे
उज्जैन | आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि 6 जुलाई से शुरू हो रही है। 15 जुलाई तक शहर के विभिन्न माता मंदिरों में तंत्र, मंत्र साधना के साथ नौ दिन तक हवन, पूजन सहित अनुष्ठान किए जाएंगे। वर्ष में दो बार प्रकट और दो बार गुप्त नवरात्रि मनाई जाती है, जिसके अंतर्गत भक्त देवी की साधना करते हैं। कार्य सिद्धि और मनोकामना पूर्ति के लिए माता की आराधना की जाती है। श्री छत्रेश्वरी चामुंडा माता मंदिर : माता मंदिर में गुप्त नवरात्रि पर माता का प्रतिदिन शृंगार, सप्तशती पाठ, हवन किया जाएगा। पं. सुनील चौबे ने बताया कि तांत्रिक एवं साधक गुप्त नवरात्रि में विशेष पूजन, हवन, जाप आदि करते हैं।
महाआरती के बाद प्रसादी वितरण किया जाएगा। हरसिद्धि माता मंदिर : 52 शक्तिपीठ में से एक देवी के आंगन में तंत्र साधना का महत्व माना गया है। पं. रामचंद्र गिरि गोस्वामी के अनुसार तंत्र साधक के साथ पंडित चंडी पाठ और सप्तशती का पाठ करेंगे। मंदिर परिसर में स्थापित दीप मालिकाएं भक्तों की ओर से प्रज्वलित करवाई जाएंगी। गढ़कालिका माता मंदिर : महाकवि कालिदास की आराध्य देवी के परिसर में नौ दिन तक महोत्सव की छंटा बिखरेगी। महंत करिश्मा नाथ के अनुसार प्रतिदिन देवी का शृंगार कर महाआरती की जाएगी। अष्टमी पर विशेष उत्सव मनाया जाएगा।