दो लोगों से अलग-अलग तरीके से की ऑनलाइन ठगी, आईटी सेल ने दो लाख रु. वापस करवाए
ऑनलाइन ठगी की वारदातें बढ़ती जा रही है। ठग नए-नए तरीके से जनता के रुपए ऐंठ रहे हैं। ऐसी वारदातों से बचने के लिए सतर्कता जरूरी हैं। दो लोग ऑनलाइन की ठगी का शिकार हो गए। इनकी शिकायत की जांच कर आईटी सेल ने इनसे ठगे गए करीब दो लाख रुपए इन्हें वापस करवाएं। इस कार्रवाई में आईटी सेल के सहायक उपनिरीक्षक राम वाजपेई, आरक्षक प्रिंस छाबड़ा, नितिन सिसोदिया, महिला आरक्षक सूर्यांशी चौहान, पूजा परमार की सराहनीय भूमिका रही।
शिकायत एक यह विवरण : शिकायतकर्ता निवासी दाउदखेड़ी ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके मोबाइल पर अज्ञात कॉल आया। बोला कि आपके मोबाइल में आई मोबाइल एप्लीकेशन सुविधा चालू है, जिसका चार्ज 1500 रुपए लगेगा। आप उस सुविधा को बंद करा दें। अज्ञात नंबर से वाटसएप पर एक लिंक आई, जिस पर क्लिक कर ओपन करने के बाद रात में उनके क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड से 1 लाख 55,000 रुपए कट गए। ऐसे किया निराकरण : आवेदक के क्रेडिट कार्ड व डेबिट कार्ड से हुए ऑनलाइन ट्रांसफर के संबंध में पेमेंट गेट-वे के नोडल अधिकारी से समन्वय स्थापित किया एवं आवेदक के खाते में 1,55,000 रुपए रिफंड करवाए गए।
शिकायत दो : पंवासा के व्यक्ति से हुई धोखाधड़ी यह विवरण : शिकायतकर्ता निवासी पंवासा ने शिकायत दर्ज करवाई कि मैं ऑनलाइन राशि ट्रांसफर करने के लिए गूगल-पे और फोन-पे का उपयोग करता हूं। जो मेरे बैंक खाते से लिंक है। शनिवार बैंक की छुट्टी के दिन अचानक शिकायतकर्ता के बैंक खाते से 40,810 रुपए कट गए। इसका उनके मोबाइल नंबर पर कोई ओटीपी भी नहीं आया। शिकायतकर्ता ने जब अपने मोबाइल नंबर को रिचार्ज करने के लिए ऑनलाइन ट्रांसफर करना चाहा तो उनके बैंक खाते में बैलेंस नहीं था, तब सोमवार के दिन बैंक जाकर पता किया तो उनके बैंक खाते से यूपीआई के माध्यम से 40,810 रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर होना पाए गए। ऐसे किया निराकरण : आईटी सेल ने संबंधित बैंक से समन्वय स्थापित कर आवेदक के खाते से ऑनलाइन ट्रांसफर हुई राशि को वापस उसके बैंक खाते में रिफंड करवाया।