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महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आग की घटना की मजिस्ट्रियल जांच शुरू


उज्जैन महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आग की घटना की मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है। जिला पंचायत सीईओ और एडीएम ने 24 लोगों के बयान लिए। सीसीटीवी देखने के साथ गुलाल के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। गुरुवार को कलेक्टर को इसकी रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

रंगपंचमी यानी 29 मार्च को रंग और गुलाल ले जाने पर बैन लगा दिया गया है। प्रशासन ने यह फैसला होली पर गर्भगृह में आग लगने की घटना के बाद लिया है। इसके लिए मंगलवार को गाइडलाइन भी जारी की गई। कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा- सुप्रीम कोर्ट से जारी गाइडलाइन के अनुसार ही पर्व मनाया जाएगा। इसका सख्ती से पालन कराया जाएगा। उन्होंने कहा- महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति उत्सव के लिए टेसू (पलाश) के फूलों से बने हर्बल रंग उपलब्ध कराएगी।

रंगपंचमी पर केवल पंडे-पुजारी खेलेंगे प्रतीकात्मक होली

कलेक्टर सिंह ने कहा- पुजारी-पुरोहित को भी गर्भगृह में रंगपंचमी पर प्रतीकात्मक रूप से होली खेलने की अनुमति होगी। परंपरा के अतिरिक्त ऐसी सामग्री का उपयोग नहीं किया जाएगा, जिससे नुकसान हो।

उन्होंने बताया कि रंगपंचमी के दौरान भस्म आरती में भक्तों की संख्या को भी नियंत्रित किया जाएगा। जो भी मंदिर के नियम तोड़ेगा, उन पर कार्रवाई की जाएगी। मंदिर में आने वाले लोगों को चेकिंग के बाद ही प्रवेश मिलेगा।

घटना के वक्त मौजूद कर्मचारियों के 10-10 मिनट तक बयान लिए

अपर कलेक्टर अनुकूल जैन ने बताया कि फायर एक्सपर्ट से भी चर्चा की जा रही है। घटना की जांच के लिए फॉरेंसिक फायर विशेषज्ञ नीलेश उकुंडे मुंबई से उज्जैन पहुंचे हैं। मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो गई है। मंगलवार शाम को जिला पंचायत सीईओ मृणाल मीणा, एडीएम अनुकूल जैन कंट्रोल रूम पहुंचे। सीसीटीवी फुटेज भी बारीकी से देखे। साथ ही उपयोग किए गए गुलाल का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है।

कंट्रोल रूम में अफसरों ने घटना के वक्त मौजूद कर्मचारियों के 10-10 मिनट तक बयान लिए। इसमें भस्म आरती प्रभारी रितेश शर्मा, आशीष दुबे, निरीक्षक राजू मालवीय, तीन महिला कर्मचारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरपी गेहलोत, प्रतीक द्विवेदी, पीयूष त्रिपाठी समेत 24 से ज्यादा लोग शामिल हैं।

पहले जानिए, महाकाल मंदिर में हुआ क्या था?

25 मार्च होली की सुबह 5.49 बजे महाकाल मंदिर के गर्भगृह में भस्म आरती की जा रही थी। उस दौरान हजारों श्रद्धालु मौजूद थे। भक्त भगवान महाकाल के साथ होली खेल रहे थे। तभी आरती के दौरान सुबह 5.49 बजे अचानक आग भभक गई, जिससे मंदिर के पुजारी समेत 14 लोग झुलस गए।

इससे पहले, सोमवार को ही महाकाल मंदिर के महेश पुजारी ने प्रशासन से प्रतीकात्मक होली खेलने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि आम भक्तों के मंदिर के अंदर कोई वस्तु लेकर आने, होली और रंगपंचमी खेलने पर प्रतिबंध लगाया जाए।।

इंदौर में भर्ती 13 घायलों की हालत में सुधार

मंदिर में सोमवार को हुए हादसे में घायल 13 लोग इंदौर के अरविंदो अस्पताल में भर्ती हैं। सभी की हालत में सुधार है। श्री अरविंदो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SAIMS) के डॉ. विनोद भंडारी ने बताया कि विशेषज्ञों की देखरेख में सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। बाकी एक घायल को उज्जैन में जिला अस्पताल से छुट्‌टी दे दी गई थी।

चांदी द्वार और नंदी हॉल में लोगों का प्रवेश बंद

आग की घटना के बाद से मंदिर के चांदी द्वार और नंदी हॉल में लोगों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। आचार संहिता होने से राजनीतिक प्रोटोकॉल की सुविधा भी बंद है। अन्य लोगों को प्रोटोकॉल से दर्शन करने के लिए 250 रुपए की रसीद लेकर प्रथम बेरिकेट्स से दर्शन कराए जा रहे हैं।

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