पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा है कि मंदिरों में बाहर से आने वाली सामग्री पर रोक लगाई जानी चाहिए।
उज्जैन में महाकाल मंदिर में धुलेंडी के दिन हुई आग लगने की घटना को कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने दुखद बताया। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा है कि 'उज्जैन में जब महाकाल मंदिर में आरती के समय जो घटना हुई है, वह संभवत केमिकल के कारण हुई होगी। प्रदेश के सभी मंदिरों में बाहर से आने वाली सामग्री पर रोक लगाई जानी चाहिए।'
उज्जैन में महाकाल मंदिर में धुलेंडी के दिन हुई आग लगने की घटना को कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने दुखद बतया।
पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा है कि 'उज्जैन में जब महाकाल मंदिर में आरती के समय जो घटना हुई है वह संभवत केमिकल के कारण घटना हुई होगी। प्रदेश के सभी मंदिरों में बाहर से आने वाली सामग्री पर रोक लगाई जानी चाहिए।'
उन्होंने कहा कि है 'हर मंदिर की सुरक्षा को लेकर इंतजाम होने चाहिए जो मंदिर की पवित्रता है उसे कायम रखना चाहिए। बाहर के हर प्रकार के समान पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। वहीं जो लोग इस हादसे में घायल है मैं उनके जल्द ठीक होने की बाबा से कामना करता हूं।'
गौरतलब है कि उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार सुबह 5.49 बजे भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में आग लग गई। इसमें पुजारी समेत 14 लोग झुलस गए। घायलों में 9 को इंदौर रेफर किया गया है। 3 को उज्जैन जिला अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, 2 भर्ती हैं। हादसे के समय मंदिर में हजारों श्रद्धालु महाकाल के साथ होली मना रहे थे।
घायल सेवक के मुताबिक आरती कर रहे पुजारी पर पीछे से किसी ने गुलाल डाला। गुलाल दीपक पर गिरा। अनुमान है कि गुलाल में कोई केमिकल ऐसा था, जिससे आग भड़क गई