सम्राट विक्रमादित्य, उनके युग, भारत उत्कर्ष, नव-जागरण और भारत विद्या पर एकाग्र विक्रमोत्सव का आयोजन 1 मार्च से 9 अप्रैल तक उज्जैन में भव्य स्तर पर किया जायेगा वैदिक घड़ी और विक्रम पंचांग का लोकार्पण किया जायेगा
उज्जैन 26 फरवरी- उज्जैन में एक मार्च से 9 अप्रैल तक भव्य स्तर पर विक्रमोत्सव का आयोजन
किया जायेगा। एक माह से अधिक समय तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
उल्लेखनीय है कि एक मार्च को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव द्वारा कालिदास अकादमी के बहिरंग
नाट्य गृह में प्रात: 10.30 बजे विक्रमोत्सव, विक्रम व्यापार मेला और विक्रम सांस्कृतिक पर्व का शुभारम्भ
किया जायेगा।
इसी दिन विक्रमोत्सव के शुभारम्भ से पहले कलश यात्रा शासकीय कन्या महाविद्यालय से
शोधपीठ परिसर तक निकाली जायेगी। साथ ही वैदिक घड़ी का लोकार्पण एवं विक्रम पंचांग, आर्ष भारत पर
आधारित पुस्तकों का लोकार्पण भी कालिदास अकादमी में किया जायेगा।
एक मार्च को आयोजित होने वाले विक्रमोत्सव के शुभारम्भ कार्यक्रम में मध्य प्रदेश शासन के
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य कुमार कश्यप, संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व
राज्यमंत्री श्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी भी शामिल होंगे।
भारत के कालजयी महानायकों की तेजस्विता के संग्रहालय वीर भारत न्यास का शिलान्यास भी
किया जायेगा। विक्रमादित्य के न्याय पर संगोष्ठी का आयोजन शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय
में किया जायेगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कालिदास अकादमी में किया जायेगा। एक मार्च को शाम 7 बजे
भोपाल के कलाकार कन्हैया मित्तल द्वारा भजनामृत प्रस्तुति दी जायेगी। विक्रमोत्सव में सम्राट
विक्रमादित्य अलंकरण समारोह भी आयोजित किया जायेगा, जिसमें सुप्रसिद्ध कलाकारों को सम्मानित
किया जायेगा।