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किसानों से सतत संवाद बनाएं रखें अधिकारी : कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह किसान खेत पाठशाला के माध्यम से फसलों के निरीक्षण के साथ किसानों को जागरूक भी किया जाए प्याज की नुकसानी का सप्ताह भर में सर्वे कर रिपोर्ट दें मंडी में किसी प्रकार की अनियमितता न हों, ट्रांजेक्शन की जांच करें कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने किसानों से की चर्चा


उज्जैन 24 फरवरी। कृषि एवं कृषि से संबंधित विभागों के अधिकारी किसानों से सतत संवाद
बनाएं रखें। ताकि किसानों से जुड़ी समास्याओं को जानकर उनका उचित निराकरण किया जा सके। यह
निर्देश उज्जैन कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने शनिवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित किसान संगठनों के
साथ आयोजित बैठक में अधिकारियों को दिए। बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने किसानों से चर्चा कर उनके

प्रमुख मुद्दों के संबंध में जानकारी ली और उनका प्राथमिकता से निराकरण करने के निर्देश संबंधित
विभागों के अधिकारियों को दिए।
    कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में ग्रामपंचायत स्तर पर किसान खेत पाठशालाओं का आयोजन
किया जाएं। जिसके माध्यम से गठित दलों द्वारा फसलों के निरीक्षण के साथ ही किसानों को उद्यानिकी
फसलों सहित अन्य  के संबंध में जागरूक किया जाए। बैठक में अपर कलेक्टर श्री अनुकूल जैन सहित
कृषि, उद्यानिकी, एमपीईबी, मंडी , नागरिक आपूर्ति निगम , खाद्य विभाग के अधिकारी और किसान
भाई उपस्थित रहें।
    कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में उद्यानिकी विभाग को निर्देशित किया कि प्याज नुकसानी के संबंध में
दल गठित कर व्यवस्थित सर्वे कराएं और सप्ताह भर में इसकी रिपोर्ट दी जाएं। उन्होंने कहा कि फसल
नुकसानी के आंकलन में कोई गलती न हो, ताकि किसानों को उचित मुआवजा मिला सकें। उन्होंने कहा
कि किसानों को निरन्तर समसामयिक सलाह भी जारी करें। इसके लिए किसानों के व्हाट्सएप ग्रुप्स भी
क्रिएट कर उन्हे जानकारी दी जाए। पतले दाने आने की समस्या के प्रकरण में राहत के लिए प्रस्ताव
शासन को भेजा जाएं।
     बीमा संबंधी किसानों के फेल हुए प्रकरणों में कलेक्टर श्री सिंह ने बैंको के साथ बैठक कर प्रकरणों
का प्राथमिकता से निराकरण करने के निर्देश दिए। कहा कि प्रकरणों के संबंध में बैंको के साथ निरंतर
समीक्षा की जाएं। मंडी संचालन के संबंध में कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि मंडी में किसी  प्रकार की कोई
अनियमितता न हो, मंडी में होने वाले ट्रांजेक्शन की भी जांच की जाए। मंडी में एनाउसमेंट सिस्टम के
माध्यम से किसानों को लगातार जानकारी दी जाए। बैठक में बताया गया कि जिला प्रशासन के विशेष
प्रयास से 5000 से अधिक ट्रैक्टर ट्रालियों पर रेडियम लगाए गए हैं। मंडी उज्जैन को आदर्श मंडी बनाए
जाने का प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया है।
    बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने किसान हितेषी योजनाओं का वॉल पेंटिंग के माध्यम से प्रचार प्रसार
किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि उज्जैन जिला किसानों के पंजीयन में पूरे प्रदेश में
अग्रणी है। अभी तक 65452 किसानों द्वारा समर्थन मूल्य पर रबी उपार्जन के लिए पंजीयन कराया गया
है। 1 मार्च से पहले 95000 के पिछले वर्ष के पंजीयन की तुलना में इस बार अधिक पंजीयन होंगे।
    कलेक्टर श्री सिंह ने एमपीईबी को खराब हुए ट्रांसफार्मर को समय पर बदलने की कार्यवाही करने के
निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि झूलते हुए तारों और खम्बो की भी शीघ्र मरम्मत की जाए। हार्वेस्टर चलाने
के दौरान विद्युत का बेहतर ढंग से प्रबंध किया जाए। उन्होंने किसानों के रास्ता विवाद संबंधी प्रकरणों का
भी प्राथमिकता से सुनवाई करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती
के लिए पंजीकृत किसानों को तहसील स्तर पर संगोष्ठियों के माध्यम से प्रेरित किया जाए। जैविक खेती
में बेहतर करने वाले किसानों की भी संगोष्ठियों का आयोजन किया जाए।

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