विक्रम विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पीएम वर्चुवली जुड़े उन्होंने पीएम-उषा योजना को लॉन्च किया
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में पीएम वर्चुवली जुड़े उन्होंने पीएम-उषा योजना को लॉन्च किया। इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने कहा पीएम उषा योजना के तहत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के तीन विश्वविद्यालयों में सौ-सौ करोड़ का अनुदान दिया है। और पांच विश्वविद्यालयों को भी 20 करोड़ का अनुदान दिया है। निश्चित रूप से मध्यप्रदेश के विश्वविद्यालयों की शिक्षण गुणवत्ता अद्योसंरचना के कार्य हो सकेंगे। और उच्च गुणवत्ता का जो लक्ष्य है मध्यप्रदेश का उसमें महत्वपूर्ण भूमिका यह अनुदान के द्वारा पूरा करेंगे।
मंगलवार को प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान (पीएम-उषा) के अंतर्गत बहुविषयक शिक्षा एवं शोध विश्वविद्यालय समूह के तहत विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन को 100 करोड़ का अनुदान स्वीकृत हुआ है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योजना को लॉन्च किया, जिसका जीवन्त प्रसारण विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के सभागार में किया गया। पीएम-उषा योजना का उद्देश्य राज्यों को उनकी उच्च शिक्षा प्रणालियों में सुधार के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना है। विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार, विशिष्ट अतिथि सांसद अनिल फिरोजिया, महापौर मुकेश टटवाल, सभापति कलावती यादव एवं भाजपा अध्यक्ष विवेक जोशी थे।
कार्यक्रम में कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडेय ने बताया कि विक्रम विश्वविद्यालय के अतिरिक्त मध्यप्रदेश के दो अन्य विश्वविद्यालयों जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर और बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल को भी यह अनुदान प्राप्त हुआ है। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए यह अत्यंत गौरव का अवसर है। तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री, वर्तमान में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव केंद्रीय शिक्षा मंत्री,शिक्षा धर्मेंद्र प्रधान से लगातार विश्वविद्यालय के उन्नयन के लिए चर्चा करते रहे, जिसके परिणामस्वरूप यह उपलब्धि प्राप्त हुई है।
विक्रम विश्वविद्यालय परिवार ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, उच्च शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार सहित केंद्र एवं मध्य प्रदेश शासन के अधिकारियों एवं विश्वविद्यालय कार्यपरिषद सदस्यों को धन्यवाद देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अपने स्तर पर हर तरह से शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए प्रयासरत रहेगा और कौशल आधारित शिक्षा को शुरू करने एवं विद्यार्थियों में छुपे टैलेंट को खोजने और उनके सर्वांगीण विकास के लिए प्रयासरत रहेगा। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय का बुनियादी ढांचा मजबूत हो, शोध एवं अनुसंधान में विकास हो और शिक्षा की समग्र गुणवत्ता में सुधार हो इन्हीं दिशाओं में पीएम उषा योजना के अंतर्गत प्राप्त होने वाले अनुदान का उपयोग विक्रम विश्वविद्यालय करेगा।
कार्यक्रम के अंत में उच्च शिक्षा मंत्री परमार ने एमबीए संस्थान के निदेशक प्रो. धर्मेंद्र मेहता की पुस्तक का विमोचन भी किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. शैलेंद्र कुमार शर्मा ने किया व आभार कुलसचिव डॉ. अनिल शर्मा ने माना। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और बड़ी संख्या में विभिन्न अध्ययनशालाओं के विद्यार्थी शामिल थे।