सोनोग्राफी के लिए फिलहाल 89 में से 5 सेंटर ही आगे आए
जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज करवा रही गर्भवती महिलाओं की संख्या ज्यादा होने के चलते उनकी सोनोग्राफी पेंडिंग रह जाती है। चरक भवन में भी रोजाना 5 से 10 सोनोग्राफी पेंडिंग रहती है। जिले के कुछ सरकारी अस्पतालों में तो यह संख्या कई ज्यादा है, इसी परेशानी को दूर करने के लिए शासन स्तर पर प्रयास चल रहे हैं। गर्भवती महिलाएं प्राइवेट सेंटर्स पर नि:शुल्क सोनोग्राफी करवा पाए इसके चलते विभाग काम कर रहा है लेकिन अब तक 89 में से केवल 5 सेंटर्स ने अपनी रुचि दिखाई है।
डीएचओ 1 डॉ. एसके सिंह ने बताया कि सेंटर्स की संख्या बढ़ाने के प्रयास जारी हैं। सभी सोनोग्राफी संचालकों का एक ग्रुप है, जिसमें निरंतर इस योजना के बारे में बताया जा रहा है। संचालक इस योजना से आसानी से जुड़ सकते हैं। उन्हें प्रत्येक माह उनकी राशि भी अवश्य मिलेगी, इसमें डरने वाली बात नहीं है। अभी शहर से खंडेलवाल, बंसल और मेहता सोनोग्राफी सेंंटर, बड़नगर से अग्रवाल और महिदपुर से जायसवाल सोनोग्राफी सेंटर के आवेदन पत्र मिले हैं। भोपाल से इन्हे अनुमति मिलने पर सीएमएचओ ऑफिस में जानकारी आने पर हम इन्हें अनुमति जारी कर देंगे।
प्रत्येक सोनोग्राफी के सेंटर को दिए जाएंगे 500 रुपए
सरकारी अस्पताल में इलाज करवा रही महिला किसी भी प्राइवेट सोनोग्राफी सेंटर्स में जाकर अपने पर्चा दिखाकर नि:शुल्क सोनोग्राफी करवा सकेंगी। इसके लिए शासन द्वारा उस अनुबंधित सेंटर्स को प्रत्येक सोनोग्राफी के लिए 500 रुपए दिए जाएंगे। अनुबंधन के लिए सोनोग्राफी सेंटर्स को आवेदन पत्र देना होगा, जिसे विभाग द्वारा भोपाल भेजा जाएगा और अनुमति मिलते ही नि:शुल्क सोनोग्राफी शुरू कर दी जाएगी।