सोयाबीन में मंदी, उज्जैन मंडी में अब तक 1000 रुपये क्विंटल की गिरावट
उज्जैन। किसी समय किसानों व स्टाकिस्ट को समृद्ध करने वाला पीला सोना इन दिनों मंदी की सुनामी की चपेट में है। सीजन से अब तक करीब 1000 रुपये क्विंटल की मंदी है, जो अभी भी जारी है। इस कारण जिले के स्टाकिस्टों में घबराहट है। लाखों रुपये नुकसानी में आ गए हैं। इन दिनों सोयाबीन को लेकर व्यापार में असमंजस की स्थिति बनी हुई।
विश्लेषकों के कयास फेल होते जा रहे हैं। सोया प्लांट वाले से लेकर व्यापारी तक सोयाबीन के भाव को लेकर समझ नहीं पा रहे हैं। बीते तीन माह से जारी मंदी के चलते 5000 से 5400 रुपये क्विंटल के भाव में किए सोयाबीन के स्टाक में 800 से 1000 रुपये क्विंटल के भाव की नुकसानी बताई जा रही है।
साथ ही गोदाम भाड़ा ब्याज का नुकसान अलग है। ऐसे में स्टाकिस्ट लाखों रुपये के घाटे में आ गए हैं। अनेक किसानों ने भी तेजी की आस में सोयाबीन बिक्री से किनारा कर रखा था, वो भी आज पछता रहे हैं।
बताया जाता है कि जिले की मंडियों में तेजी की आस में 5000 से 5400 रुपये क्विंटल के भाव में वेयर हाउस में लाखों क्विंटल सोयाबीन के बोरों के थप्पे लगा रखे हैं, जो 6000 रुपये क्विंटल तक की तेजी की आस में रुके हुए थे। वर्तमान भाव में बिक्री करने पर लाखों रुपया का नुकसान है।