खाद्य सुरक्षा सम्बन्धी जिला स्तरीय सलाहकार समिति की त्रैमासिक बैठक आयोजित की गई
उज्जैन 16 फरवरी। कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को प्रशासनिक संकुल भवन के द्वितीय तल स्थित सभाकक्ष में खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम-2006 के त्वरित एवं प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से खाद्य सुरक्षा सम्बन्धी जिला स्तरीय सलाहकार समिति की त्रैमासिक बैठक आयोजित की गई।
बैठक में श्री शर्मा द्वारा जिले में दूध और दुग्ध पदार्थों में मिलावट पाई जाने पर की गई कार्यवाही के बारे में बताया गया। जानकारी दी गई कि गत दिनों नागदा और उन्हेल क्षेत्र में मावे में मिलावट पाये जाने पर विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही की गई है। पिछले दो माह में लगातार खाद्य पदार्थों के सेम्पल्स लिये गये हैं। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि अगले दो सप्ताह में प्रतिदिन विशेष दलों के साथ सेम्पल लिये जाने की कार्यवाही की जाये। कलेक्टर ने पूछा कि एफएसएसएआई के अन्तर्गत कितने संस्थानों के लायसेंस बनाये गये हैं। इस पर बताया गया कि वर्तमान में जिले में एफएसएसएआई के 1407 लायसेंस हैं। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जो नये रेस्टोरेंट्स अथवा खाद्य पदार्थों के संस्थान प्रारम्भ हुए हैं, उनके लायसेंस अभियान चलाकर बनवाये जायें। बैठक में समिति के सदस्य श्री यादव द्वारा सुझाव दिया गया कि जिले में दूध के हॉकर्स के लायसेंस बनवाये जायें। तहसील स्तर पर एसडीएम द्वारा जांच अभियान चलाया जाये।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.दीपक पिप्पल, खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्री बसंतदत्त शर्मा, जिला आपूर्ति नियंत्रक श्रीमती नुज़हत बकाई, उप संचालक कृषि श्री आरपीएस नायक, जीएम डीआईसी श्री अतुल वाजपेयी, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी, समिति के सदस्य पोषण आहार विशेषज्ञ डॉ.लतिका व्यास, उपभोक्ता संरक्षण समिति के श्री कैलाश यादव, श्री महेश ठाकुर, श्री केशरसिंह परमार एवं अन्य अधिकारीगण मौजूद थे।