उज्जैन में अब जल्द ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बसों की स्टेयरिंग भी अब महिलाओं के हाथों में होगी
ई-रिक्शा और छोटे-बड़े वाहन चलाते हुए तो आपने महिलाओं को देखा होगा। अब जल्द ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बसों की स्टेयरिंग भी अब महिलाओं के हाथों में होगी। महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में उनकी किसी और पर डिपेंडेंसी को कम करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार अब प्रदेश के बड़े शहरों में पिंक बसें चलाने जा रही हैं। इन बसों में सिर्फ महिला यात्री ही सफर कर सकेंगी, वहीं ड्राइवर से लेकर कंडक्टर भी महिलाएं ही होंगी।
प्रदेश सरकार ने प्रदेश की सभी निगमों और नगर परिषदों को पत्र लिखकर पिंक बसें चलाने के बात कही है। आदेश के बाद ही निगम अधिकारियों ने प्रोजेक्ट बनाने के क्षेत्र में काम शुरू कर दिया है। शहर में 12 से अधिक मार्गों पर बसों का संचालन किया जाएगा। इन बसों में महिला की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखते हुए हाईटेक टेक्नोलॉजी से जोड़ा जाएगा।
बस कहां खड़ी हो रही है, कितनी देर खड़ी है, बस में सब सही चल रहा है। इसकी अपडेट जानकारी सीसीटीवी और जीपीएस से मिलती रहेगी। इसकी कनेक्टिविटी स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम से की जाएगी, ताकि बसों पर नजर रखना आसान हो। खास बात यह है कि बसें सिर्फ दिन में ही चलेंगी। यह बसें सुबह 6.30 से रात 10.30 बजे तक ही चलेंगी, ताकि बसों पर निगरानी भी आसान हो सके। बसों में पुरुषों का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंध रहेगा, जिससे इन बसों में महिलाएं ज्यादा कंफर्ट रहेगी।