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8 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। इस माहपर्व की तैयारियों के लिए उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह की अध्यक्षता में प्रबंध समिति की बैठक आयोजित की गई


8 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। इस माहपर्व की तैयारियों के लिए उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह की अध्यक्षता में प्रबंध समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में निर्णय लिए गए कि पिछली बार की तरह ही इस बार भी सारे इंतजाम किये जाएंगे। हालांकि कलेक्टर एक बार खुद जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे और स्पॉट पर ही दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए निर्णय लेंगे।

इस बार भी 30 से 40 मिनट में दर्शन का दावा मंदिर समिति ने किया है। 44 घंटे में 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के सुलभ दर्शन की व्यवस्था के लिए बैठक में निर्णय लिए गए है।

पिछली बार की तरह इस बार भी श्रद्धालु बैरेकेटिंग के माध्यम से चारधाम मंदिर के पास से होते हुए महाकाल लोक, नंदी द्वार,फेसिलिटी सेंटर, कार्तिकेय मंडपम,गणेश मंडपम होते हुए नई टनल से बाहर होंगे। झालरिया मठ पर बनी पार्किंग और हरसिद्धि चौराहे के पास बने जूते स्टेण्ड से होते हुए अपने गंतव्य को लौट जाएंगे।

भूमिगत टनल का उपयोग होगा -

25 करोड़ रुपए की लागत से बनाई टनल का प्रायोगिक उपयोग नव वर्ष के पहले दिन किया गया था। 300 फीट लंबी और 30 फीट चौड़ी इस टनल का महाशिवरात्रि पर्व के दिन पूरी क्षमता से उपयोग किया जाएगा।

दोपहर में होने वाली भस्मआरती में चलायमान व्यवस्था-

श्री महाकालेश्वर मंदिर में वर्ष में एक बार महाशिवरात्रि के अगले दिन दोपहर में भस्म आरती होती है। मंदिर प्रशासन द्वारा इस बार भी दोपहर की आरती के दौरान कार्तिकेय मंडपम से चलाएमान दर्शन व्यवस्था रखी जाएगी। तीन से चार घंटे के दौरान हजारों श्रद्धालु भगवान महाकालेश्वर के दर्शन कर सकेंगे। हालांकि इस दिन मंदिर प्रशासन द्वारा करीब पांच सौ से सात सौ लोगों को अनुमति दी जाती है। अनुमति प्राप्त श्रद्धालुओं को गणेश मंडपम में बैठाया जाता है। बाकी पीछे की बेरिकेट्स से चलते हुए दर्शन कराए जाते है। इसके कारण बाहर आरती के दौरान तक श्रद्धालुओंं की भीड़ जमा नही होती है।

भक्तों की सुविधा पार्किंग व्यवस्था भी बीते वर्ष की तरह -

उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि दो तीन दिन के अंदर स्पॉट पर जाकर देखा जाएगा भक्तो को ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़े इसके लिए निर्णय लेंगे। पार्किंग में कुछ बदलाव किया जा सकता है।

पिछली बार यहाँ थी पार्किंग -इंदौर, देवास, बड़नगर आगर आदि क्षेत्रों से आने वाले वाहनों के लिए शहर से दूर 16 पार्किंग सब स्टेशन बनाए जायेंगे। यहां बसों व चार पहिया वाहनों की पार्किंग की जाएगी। इंदौर देवास और भोपाल की ओर से आने वाले भक्त मन्नत गार्डन, हरिफाटक ब्रिज के नीचे, वाकणकर ब्रिज के पास, कर्कराज पार्किंग, भील समाज धर्मशाला पार्किंग में वाहन पार्क करेंगे।

बड़नगर नागदा और आगर की ओर से आने वाले श्रद्धालु कार्तिक मेला ग्राउंड, महाकाल धाम के सामने, कलौता समाज धर्मशाला, श्री मेवाड़ा समाज धर्मशाला, रंजीत हनुमान के पास, हरसिद्धीपाल, चक्रतीर्थ टर्निंग के अंदर पार्किंग, मुल्लापुरा, इंजीनियरिंग कॉलेज ग्राउंड, इंजीनियरिंग कॉलेज के पास हाउसिंग बोर्ड, प्रशांतिधाम (यूडीए ग्राउंड) अपर गाड़ियों को रखकर दर्शन के लिए मंदिर पहुंच सकेंगे।

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