स्पीक मैके के आयोजन में बांसुरी की सुमधुर स्वर लहरियों से गूंज उठे शैक्षणिक परिसर
उज्जैन- स्पीक मैके की एसआरएफ विरासत 2024 श्रृंखला के तहत सोमवार को शहर की दो शैक्षणिक संस्था में दिल्ली के ख्यात बांसुरी वादक पंडित राजेंद्र प्रसन्ना ने अपनी प्रस्तुति दी।
प्रातः 10:30 बजे यंग हेराल्ड हायर सेकेंडरी स्कूल गढ़कालिका रोड पर अ प्रथम प्रस्तुति के दौरान युवा छात्र-छात्राओं को आपने बताया कि लोक वाद्य बांसुरी को कैसे पंडित पन्नालाल घोष ने अपने अथक प्रयासों से स्वरूप में बदलकर इसे शास्त्रीयता प्रदान की। इसके बाद ही बांसुरी पर गंभीर एवं ठहराव वाले राग बजाए जाने लगे। यहां पंडित जी ने अपने बांसुरी वादन की शुरुआत प्रातः कालीन राग अहीर भैरव तीन ताल में एक बंदिश बजाकर की। तत्पश्चात उन्होंने प्रसिद्ध शायर इकबाल द्वारा रचित सारे जहां से अच्छा राग देश में बजाकर छात्र, छात्राओं को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत कर दिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में शिक्षिका सोनाली टिपकरें ने अतिथियों का परिचय दिया। अंत में आभार संस्था प्रमुख दिनेश भट्ट ने माना। श्री प्रसन्ना की द्वितीय प्रस्तुति दोपहर 12:30 बजे जय भारती शिक्षण संस्थान नयापुरा में हुई। यहां अपनी प्रस्तुति का प्रारंभ करते हुए दोपहर के राग वृंदावन सारंग में पहले अलाप फिर तीन ताल में निबद्ध एक बंदिश पेश की। यहां छात्राओं की फरमाइश पर उन्होंने पहाड़ी धुन भी सुनाई। अंत में राग खमाज, तीन ताल में निबद्ध भजन वैष्णव जन तो की प्रस्तुति द्वारा अपने कार्यक्रम का सुंदर समाहार किया। यहां अतिथियों का स्वागत संस्था सचिव राजेंद्र जोशी ने किया। अंत में आभार संस्था निदेशक विपुल जोशी ने माना।आपके साथ तबले पर संगत अभिषेक मिश्रा ने की। स्पीक मैके के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने बताया राजेंद्र प्रसन्ना 13 फरवरी मंगलवार को प्रातः 9:30 बजे गुरुकुल हायर सेकेंडरी स्कूल, ग्राम सुरासा आगर रोड पर बांसुरी वादन करेंगे।