रिकॉर्ड तोड़ने के लिए उज्जैन को चाहिए 30 लाख दीपक, 60 हजार लीटर तेल
अयोध्या का दीपोत्सव का रिकॉर्ड तोड़ने और नया कीर्तिमान रचने के लिए उज्जैन को बड़ी मात्रा इससे जुड़ी सामग्री की जरूरत हैं। करीब 30 लाख मिट्टी के दीपक, 60 हजार लीटर तेल, 500 किलो रूई की बाती और इतना ही कपूर चाहिए। इनके अलावा 50 हजार मोमबत्ती, 10 हजार माचिस और 50 हजार बांस की स्टीक भी चाहिए। इन सभी के लिए उज्जैन नगर निगम इसी सप्ताह टेंडर आमंत्रित करने जा रही है।
1 मार्च से शुरू होने जा रहे विक्रमोत्सव के समापन पर 9 अप्रैल को महाकाल शिव ज्योति अर्पणम के तहत शिप्रा के विभिन्न घाटों पर करीब 30 लाख दीपक प्रज्ज्वलित करने का लक्ष्य हैं। ऐसा कर उज्जैनवासी दूसरी बार दीप प्रज्ज्वलन का अयोध्या का रिकॉर्ड तोड़ेंगे और एक नया कीर्तिमान रचेंगे। वर्ष 2023 का अयोध्या में 22.23 लाख से अधिक दीप प्रज्ज्वलित करने का रिकॉर्ड हैं। इस वृहद आयोजन के लिए उज्जैन जिला प्रशासन, नगर निगम और जनप्रतिनिधि मिलकर तैयारियों में जुटे हुए हैं।
आयोजन में करीब 25 हजार वालंटियरों की भी जरूरत पड़ेगी। इसके लिए विभिन्न सामाजिक-व्यापारिक संगठनों के अलावा शैक्षणिक संस्थाओं आदि का सहयोग लिया जा रहा है। लगातार बैठकों का दौर जारी हैं। शिप्रा के भूखी माता घाट, नृर्सिंह घाट, गुरुनानक घाट, रामघाट, कर्क राज घाट, सुनहरी घाट आदि इसके लिए चिह्नित भी कर लिए गए हैं। दीपोत्सव के दौरान आतिशबाजी व लैजर शो भी होगा।