सीवरेज लाइन डालने के लिए एक माह से मिट्टी के टीलों में जकड़ी है मोक्षदायिनी शिप्रा नदी
त्रिवेणी पर कच्चे डैम से कान्ह का प्रदूषित पानी अभी भी नहीं रुक रहा है, वहीं एक माह से टाटा की सीवरेज लाइन डालने के चलते शिप्रा को ही जकड़ लिया गया। कारण, सीवरेज लाइन को क्राॅस करने के लिए बहाव को रोकना। इसके चलते शिप्रा में मिट्टी डालकर उसका बहाव रोका गया और फिर पाइप डालने का काम शुरू हुआ। यह काम चलते हुए एक माह हो चुके हैं, अभी भी 15 से 20 दिन लग सकते हैं। इतने समय शिप्रा का पानी नाले की तरह ही आगे बढ़ रहा है।
यह शिप्रा पर दूसरी रिवर क्राॅसिंग
चक्रतीर्थ के यहां शिप्रा में दूसरी रीवर क्राॅसिंग की जा रही है। इससे पहले कर्कराज मंदिर के यहां भी रीवर क्राॅस करके लाइन को क्राॅस कराया गया था। इस बात को सालभर हो गया है। प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद शहर का सीवरेज इन पाइप के माध्यम से नदी को पार कर जाएगा।