ब्राह्मी मेधा वर्धक है विद्यार्थियों के साथ ही सभी उम्र के लोगों के लिए उपयोगी -चतुर्वेदी
श्रुति, स्मृति काल से स्मरण शक्ति वर्धन के लिए हमारे ऋषि गुरुकुलों में ब्राह्मी का सेवन कराते आ रहे हैं। आज के दिनों में भी यह उतनी ही उपयोगी है, इसके लिए हम सबको आगे आना पड़ेगा और अपनी ऋषि प्रणीत विद्या को जीवंत बनाए रखना पड़ेगा। ब्राह्मी बूटी मेधा वर्धक है, विद्यार्थियों के साथ सभी उम्र के लोगों के लिए उपयोगी है।
नगर के प्रमुख जड़ी-बूटी और जैव विविधता विशेषज्ञ जेपी चतुर्वेदी ने गायत्री शक्तिपीठ पर ब्राह्मी सेवन के लिए आए लोगों के बीच यह विचार साझा किए। माघ कृष्ण चतुर्दशी 8 फरवरी को दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक बड़ी संख्या में लोग ब्राह्मी सेवन करने आए। औषधि और मंत्र के संयुक्त प्रभाव को बताते हुए नीति टंडन ने बच्चों को गायत्री महामंत्र लेखन करने के लिए प्रेरित किया। उप जोन समन्वयक महेश आचार्य ने देव पूजन, औषधि पूजन के साथ सभी उपस्थितों से बारह बार गायत्री महामंत्र उच्चारण कराने के बाद ब्राह्मी का सेवन कराया। उन्होंने बताया कि पूरी वसंत ऋतु में ब्राह्मी का सेवन सभी को करना चाहिए। इसका शुभारंभ आज से किया गया है। ब्राह्मी संकलन, पेय बनाने, वितरण आदि व्यवस्था में योगाचार्य नारायण स्वामी, एमएल रणधवल, नरेंद्रसिंह सिकरवार, सुभाष गुप्ता, जगदीश आचार्य, उत्तमसिंह राजपूत, मदन काका, सोनू सोलंकी, श्यामलाल जोशी, आशा सेन, मीनाक्षी खन्ना आदि ने योगदान दिया।