top header advertisement
Home - उज्जैन << रामचंद्रजी की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दुनिया के अंदर एक आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ- चक्रधर

रामचंद्रजी की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दुनिया के अंदर एक आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ- चक्रधर


प्रभु रामचंद्रजी की प्राण प्रतिष्ठा अयोध्या में 22 जनवरी को हुई है। इससे न केवल भारत अपितु सारी दुनिया के अंदर एक आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ है। ऐसे में महाविद्यालयीन छात्रों का प्रकट कार्यक्रम हम सब लोगों के लिए प्रेरणादायी है।

सहसरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ रामदत्त चक्रधर ने यह बात कही। वे उज्जैन विभाग में अखिल भारतीय अधिकारी प्रवास के निमित्त विभाग के महाविद्यालयीन विद्यार्थी स्वयंसेवकों के शास्त्रीनगर खेल मैदान में मंगलवार को आयोजित प्रकट कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता संबोधन दे रहे थे। उन्होंने कहा सब प्रकार की प्रतिकुलताओं में दुनिया को दिशा देने वाला, मार्ग दर्शन करने वाला हमारा भारत वर्ष रहा हैं। वैसा भारत फिर से बने उसके पिछले 98 वर्षों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की साधना चल रही है। आज दुनिया के कई देश युद्ध से जूझ रहे हैं।

सभी देश किसी न किसी के साथ खड़े दिखाई देते हैं लेकिन भारत की स्थिति ऐसी है कि भारत का संबंध युद्धरत रूस, यूक्रेन, इजराइल और फिलिस्तीन से भी हैl भारत केवल सत्य के साथ में है। जो सबको साथ में लेकर चल सकता है। उसके साथ में है इसलिए भारत की भूमिका आज इस प्रकार की है जैसे ट्रेंड सेटर हो गया हो भारत।

चक्रधर ने कहा भारत का तत्व ज्ञान और चिंतन सब श्रेष्ठ है। आज भारत वर्ष की दुनिया के अंदर साख बढ़ी है। इतना ही नहीं हिंदुत्व का प्रभाव भी दुनिया के अंदर बढ़ता हुआ दिखाई देता है। पहले हिंदू को दोयम दर्जे का नागरिक कहते थे। आज न केवल भारत सारी दुनिया के अंदर हिंदुत्व का प्रभाव दिखाई देता है। भगवा आतंकवाद का प्रतीक नहीं अपितु भगवा देश की पवित्रता का प्रतीक है।

Leave a reply