युवाओं में कानून व्यवस्था की जागरूकता बढ़ाने कार्यक्रम
मप्र के थानों में इंटर्नशिप कोर्स की शुरुआत होने जा रही है। कॉलेज छात्र अब कानून का पाठ पढ़ने के लिए कॉलेज की तरह थाने भी जाएंगे। चार विषयों (आपराधिक कानून एवं प्रक्रियाएं, आपराधिक जांच, यातायात प्रबंधन और सामान्य पुलिसिंग का प्रशिक्षण) में उन्हें इंटर्नशिप कराई जाएगी। इसके लिए बाकायदा भारत सरकार का इंटर्नशिप सर्टिफिकेट मिलेगा।
ऐसा करने के पीछे शासन की मंशा यही है कि युवाओं में पुलिस व कानून व्यवस्था को लेकर जनरल अवेयरनेस बढ़े। बतौर उदाहरण पुलिस चालानी कार्रवाई में उन्हें रोकती है तो उन्हें कानून की जानकारी होने से वे सही-गलत कार्रवाई समझ सकें। शासन ने इसके लिए दस जिलों का चयन किया है, जिसमें उज्जैन भी शामिल है।
मप्र शासन व भारत सरकार के युवा कार्यक्रम व खेल मंत्रालय के प्रयास से चार विषयों में ये इंटर्नशिप सर्टिफिकेट कोर्स की शुरुआत की जा रही है, जिसे स्टूडेंट पुलिस एक्सपेरिमेंटल लर्निंग प्रोग्राम नाम दिया गया है।
विद्यार्थी दो महीने में 120 घंटे पुलिस के साथ थाने में बिताएंगे व पुलिस के बीच रहकर न सिर्फ कानून व्यवस्था, कार्रवाई, ड्यूटी के बारे समझेंगे, बल्कि कानूनी जानकारी हासिल कर जागरूक बनेंगे। विद्यार्थियों को युवा पोर्टल के माध्यम से रजिस्ट्रेशन करना होगा, जिसका सत्यापन राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक व प्राध्यापक करेंगे।
10 जिलों के इन थानों में लगेंगी क्लास
- उज्जैन: महाकाल, माधव नगर, नीलगंगा, चिमनगंज, नानाखेड़ा।
- इंदौर: विजय नगर, भंवरकुआं, पलासिया, तेजाजी नगर, जूनी इंदौर।
- भोपाल: जहांगीराबाद, हबीबगंज, टीटी नगर, कमला नगर।
- जबलपुर: सिविल लाइन, कैंट, अधारताल, ओमती।
- ग्वालियर: कम्पू, यूनिवर्सिटी, झांसी रोड, गोला का मंदिर, सिरोल।
- सागर: कोतवाली, मोती नगर, गोपाल गंज, कैंट।
- रीवा: बिछिया, कोतवाली, चुरहट, सिविल लाइन।
- नर्मदापुरम: पिपरिया, सिवनी मालवा, सोहागपुर, कोतवाली।
- शहडोल: कोतवाली, बुर्हर, अमलाई।
- मुरैना: कोतवाली, सिविल लाइन, स्टेशन रोड, अजाक थानों का चयन हुआ है।