शिप्रा नदी को लेकर लापरवाह जिम्मेदार
शिप्रा नदी को लेकर जिम्मेदार अनदेखी तो बरत ही रहे हैं, साथ ही लापरवाह भी बने हुए हैं। इसके चलते आए दिन बाहर से आने वाले श्रद्धालु स्नान के दौरान हादसों के शिकार हो रहे हैं। 13.30 करोड़ स्वीकृति के बावजूद दो साल में एक जैसे प्लेटफार्म व रेलिंग तक नहीं लगवाई जा सकी। इसी का नतीजा है कि सोमवार सुबह गुना निवासी युवक डूब जाता। एसडीआरएफ की टीम उसे बीच नदी से बचाकर लाई व अस्पताल भिजवाया।
सुबह 8.30 बजे करीब की ये घटना बताई जा रही है। गुना निवासी उमेश जाटव 26 साल यहां उज्जैन दर्शन व घूमने के लिए आया हुआ था। सुबह वह रामघाट पर शिप्रा नदी में स्नान कर रहा था। इस दौरान अचानक से गहरे पानी में चला गया व डूबने लगा। लोगों ने देखा तो शोर मचाया। इस दौरान एसडीआरएफ सैनिक जितेंद्र चंदेल व अन्य नदी में कूदे।
नाव व लाइफ बाय की मदद से उसे बचाया। युवक को मौके पर ही प्राथमिक उपचार देने के बाद जिला अस्पताल भिजवाकर भर्ती कराया व परिजनों को सूचना दी। ये तो जिंदगी बच गई लेकिन कई लोग यहां हादसे का शिकार हो रहे हैं, क्योंकि शिप्रा के मुख्य घाट पर ही सुरक्षा के इंतजाम नहीं है और न ही सुविधा है।