वासुदेव त्रिवेदी की स्मृति में एक दिवसीय धार्मिक कथा नानी बाई रो मायरो का आयोजन किया गया
बड़नगर | गांधीवादी विचारधारा के नेता वासुदेव त्रिवेदी की स्मृति में एक दिवसीय धार्मिक कथा नानी बाई रो मायरो का आयोजन किया गया। पं. अशोक आचार्य ने कथा करते हुए कहा कि नानी बाई रो मायरो अटूट श्रद्धा पर आधारित प्रेरणादायी कथा है, जहां कथा के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण का गुणगान किया जाता है। भगवान को यदि सच्चे मन से याद किया जाए तो वे अपने भक्तों की रक्षा करने स्वयं आते हैं।
नानी बाई रो मायरो की शुरूआत नरसी भगत के जीवन से हुई। वहीं उन्होंने मनुष्य जीवन को अनमोल बताते हुए भक्तों को सदुपयोग करने की बात कही एवं भगवान का भजन करने से जीवन का कल्याण होने की बातें कही। इस अवसर पर भजन गायक संतोष चौहान, सुरेश चौहान, पूर्व जनपद सदस्य महेश विजयवर्गीय, पूर्व फौजी बापूसिंह चौहान, अंबाराम जाट, वीरेंद्र व्यास, मोहनलाल त्रिवेदी, प्रेमचंद द्वितीय आदि उपस्थित थे।