उज्जैन की सड़कों पर सैकड़ों बच्चे माँग रहे भीख
उज्जैन की सड़कों पर सैकड़ों बच्चे माँग रहे भीख.. मंदिरों के आसपास भीड़ बाहर से आते हैं बड़ी संख्या में भीख माँगने के लिए भिक्षुक... कलेक्टर ने 15 दिन की कार्ययोजना बनाई.. भारत सरकार द्वारा उज्जैन जिले में भिक्षुक मुक्त उज्जैन प्रकल्प का पायलट प्रोजेक्ट 2020 से चलाया जा रहा है। नगर निगम को इसकी नोडल एजेंसी बनाया गया है, लेकिन इसके बावजूद शहर की सड़कों पर हजारों भिक्षुक विभिन्न चौराहों पर भीख मांग रहे हैं, जिनमें सैकड़ों बच्चे हैं।उज्जैन की सड़कों पर सैकड़ों से अधिक बच्चे विभिन्न चौराहों पर भिक्षावृत्ति कर रहे हैं। पेन, पेंसिल, किताबें बेचने के नाम पर भीख मांगने का तरीका बदल गया है और दिन-ब-दिन इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। कलेक्टर द्वारा कराए गए सर्वे के अनुसार शहर में सैकड़ों बच्चों सहित लगभग हजारों लोग भिखारी हैं। इसे ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने 15 दिन की कार्ययोजना तैयार कर शहर को भिक्षुक मुक्त करने का बीड़ा उठाया है। उनके अनुसार नगर निगम, स्मार्ट सिटी, चाइल्ड लाइन, श्रम विभाग और सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के माध्यम से शहर में एक बार फिर अभियान छेड़ाजाएगा। अगले 15 दिनों की कार्ययोजना बनाकर बच्चों को भिक्षा छुड़ाकर शिक्षा से जोड़ने की रणनीति तैयार की गई है।