86 साल पुरानी छत्रीचौक सब्जी मंडी हो चुकी है जर्जर
86 साल पुरानी छत्रीचौक सब्जी मंडी हो चुकी है जर्जरशहर के बीचो बीच 40 हजार वर्ग फीट से अधिक जमीन पर है बनी, लेकिन जर्जर हो गई, पुराने शहर के मध्य स्थितछत्रीचौक सब्जीमंडी विगत 86वर्षों से संचालितहो रही है। इसके संधारण का जिम्मा नगर निगम का है। निर्माण के बाद से लेकर अब तक इसका जीर्णोद्धार नहीं हुआ है। करीब 40 हजार वर्ग फीट में बनी यह सब्जी मंडी अब जर्जर हो गई है और इसके संधारण की दरकार है। स्मार्टसिटी योजना में भी अभी तक इसकेलिए कोई प्रस्तावनहीं बन पाया है। छत्रीचौक स्थित सब्जी मंडी का मुख्य द्वार माँग रहे भीख..मंदिरों के आसपास भीड़ उल्लेखनीय है कि उज्जैन शहर को देश के 100 स्मार्ट सिटी बनने जा रहे शहरों में केंद्र सरकार ने योजना की शुरुआत में ही शामिल कर लिया था। स्मार्ट सिटी योजना में शहर को विकसित करने के लिए अनेक प्रयास किए गए और अभी भी किया किए जा रहे हैं। नगर निगम ने पूर्व पारित हुए बजटों में शहर विकास के अनेक प्रस्ताव पास किये। वहीं शहर के अन्य स्थानों पर भी नई बिल्डिंग और परिसर आदि बनाए। लेकिन पुराने शहर के बीचों बीच 40 हजार स्क्वेयर फीट से अधिक जमीन पर बनी 1938 की यह 82 वर्ष पुरानी इस सब्जी मंडी पर किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान क्यों नहीं जाता है। जबकि इस सब्जी मंडी में 150 से अधिक सब्जी की दुकानें बनी है तथा सभी दुकानों के साथ नीचे तलघर बने हैं, जिसमें दुकान मालिक सब्जी का भंडारण कर सके, लेकिन पुरानी और जर्जर हो चुकी यह सब्जी मंडी अपनी दुर्दशा पर आँसू बहा रही है। वर्तमान जल कार्य समिति प्रभारी प्रकाश शर्मा ने भी इस सब्जी मंडी को उन्नत करने के लिए स्मार्ट सिटी के अंतर्गत नगर निगम को प्रस्ताव लाने की मंशा जाहिर की थी। क्योंकि पुराने शहरवासियों के लिए यह सब्जी मंडी सुविधाजनक है। कुछ वर्ष पूर्व कलेक्टर एवं संभागायुक्त इस सब्जी मंडी को देखने पहुँचे थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने यहाँ गिरे छत के टुकड़े भी देखे थे। दुकानदारों ने तत्कालीन कलेक्टर को यहां सुरक्षा और छत से पानी टपकने की समस्या भी बताई थी। इसके बाद भी सरकारी तौर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। मजबूर होकर व्यापारियों ने चंदा किया और मुख्य द्वार पर चैनल गेट लगवाया और मंडी की मरम्मत कराई। यहां सब्जी खरीदने पार्षद से लेकर विधायक भी आते लेकिन इस सब्जी मंडी के विकास की योजना अब तक क्यों नहीं बनी यह एक बड़ा प्रश्न है।