कोलकाता के चिरादीप सरकार ने दो संस्थानों में किया संतूर वादन
उज्जैन। ओमकारनाथ ठाकुर मिशन के तहत मध्य प्रदेश की हृदय स्थली उज्जैन में सोमवार को कोलकाता से आए चिरादीप सरकार ने दो संस्थानों में संतूर वादन की प्रस्तुतियां दी।
इनके साथ तबले पर संगत ज्ञान प्रकाश मंडल ने की। परंपरा कार्यक्रम के अंतर्गत छात्र, छात्राओं को अपनी संस्कृति एवं सनातन धर्म से जोड़ने का प्रयास किया गया। चिरादीप सरकार ने अपनी प्रथम प्रस्तुति संस्कृति ग्लोबल स्कूल बड़नगर रोड पर दोपहर 12:15 बजे प्रातः कालीन राग नट भैरव मैं पहले अलाप, विलंबित में झपताल एवं दुत्रगति तीन ताल में एक बंदिश प्रस्तुत की। दादरा ताल में पहाड़ी धुन प्रस्तुत की एवं बाद में छात्र, छात्राओं को संतूर की उत्पत्ति किस प्रकार हुई इसकी जानकारी भी दी। संस्था निदेशक वीरेंद्र सिंह सिसौदिया ने कलाकारों का स्वागत व आभार किया। स्थानीय समन्वयक मीनाक्षी अग्रवाल ने बताया द्वितीय प्रस्तुति बालक आवासीय छात्रावास दशहरा मैदान पर शाम 4 बजे हुई जहां सायंकालीन राग हेमंत एवं झपताल में निबद्ध एक बंदिश की प्रस्तुति दी। तत्पश्चात राग खमाज, कहरवा ताल में निबद्ध गांधीजी के प्रिय भजन वैष्णव जन तो की प्रस्तुति दी गई। बंगाली रविंद्र संगीत की प्रसिद्ध धुन एकला चलो की प्रस्तुति द्वारा कार्यक्रम का सुंदर समाहार किया। आभार छात्रावास अधीक्षक करण शर्मा ने माना। आज 11 जुलाई को चिरादीप सरकार की प्रथम प्रस्तुति प्रातः 10:45 बजे शासकीय उमावि सिंधी कॉलोनी ग्राम हामूखेड़ी पर एवं द्वितीय प्रस्तुति दोपहर 12:30 बजे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नरवर देवास रोड पर होगी।