जनसंख्या स्थिरता माह 11 जुलाई से 11 अगस्त तक मनाया जायेगा
उज्जैन 10 जुलाई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.दीपक पिप्पल ने बताया गया
कि विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर 11 जुलाई से 11 अगस्त तक जनसंख्या स्थिरता माह के
रूप में मनाया जायेगा। इसके अन्तर्गत व्यक्तिगत संपर्क के माध्यम से सभी चिन्हित लक्ष्य दम्पत्तियों
को प्रेरित कर परिवार नियोजन के साधनों के विषय में जानकारी प्रदाय की जायेगी। आज की
परिस्थतियों में यह आवश्यक है कि हम विकराल रूप ले चुकी जनसंख्या को नियंत्रित करने हेतु
तुरन्त प्रभावी कदम उठायें। इसके लिये शासन द्वारा अनेक प्रकार की परिवार नियोजन
कार्यक्रमों/योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जनसंख्या को स्थिर करने के लिये चार महत्वपूर्ण
कारक हैं, जिनके बारे में दम्पत्तियों एवं अन्य लोगों को जानकारी प्रदान करना है।
1. 18 वर्ष से कम उम्र मे विवाह न करें। बाल विवाह के कारण कई प्रकार की स्वास्थ्य
समस्याएं मां एवं बच्चे दोनों के लिये उत्पन्न होती है।
2. विवाह पश्चात दो वर्ष तक संतान न हो।
3. दो बच्चों के बीच में तीन साल या इससे अधिक का अंतर हो।
4. दो बच्चों के बाद परिवार नियोजन की स्थाई विधि अपनाकर परिवार को सीमित रखा जाये।
जिला स्तर एवं समस्त विकासखण्ड स्तर पर फिक्स डे नसबंदी शिविर आयोजित कर लोगों
को परिवार नियोजन सेवाएं प्रदान की जा रही है। जिले की शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में सप्ताह के
निश्चित दिवसों में नसबंदी शिविर आयोजित किये जाते हैं- प्रति सोमवार को तराना व चरक भवन
उज्जैन, प्रति मंगलवार को घट्टिया व तराना, प्रति बुधवार नागदा व झारड़ा व महिदपुर रोड़, प्रति
गुरूवार को माकड़ोन व घट्टिया व चरक भवन उज्जैन, प्रति शुक्रवार को नागदा व झारड़ा, प्रति
शनिवार को ताजपुर व इंगोरिया।
परिवार नियोजन के अनेक उपाय
महिला नसबंदी/एल.टी.टी. ऑपरेशन- इस ऑपरेशन द्वारा वे महिलाएं जिनके दो बच्चे हैं
गर्भधारण के लिये जीवनभर के लिये मुक्ति पा सकती है। यह नसबंदी ऑपरेशन किसी भी समय
(गर्भावस्था को छोड़कर) कराया जा सकता है। प्रसव या गर्भपात के तुरन्त बाद भी यह ऑपरेशन
करवाया जा सकता है। ऑपरेशन कराने वाली हितग्राही को राशि 2000 रुपये एवं प्रेरक को राशि 300
रुपये, प्रसव पश्चात महिला नसबंदी सात दिवस के अंदर - ऑपरेशन कराने वाली हितग्राही को राशि
3,000 रुपये एवं प्रेरक को राशि 400 रुपये दिये जाते है।
पुरूष नसबंदी- पुरूष नसबंदी किसी भी समय करवाई जा सकती है। ऑपरेशन हेतु अस्पताल
में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है। ऑपरेशन में केवल 5-10 मीनिट लगते है। ऑपरेशन कराने वाले
हितग्राही को राशि 3,000 रुपये एवं प्रेरक को राशि 400 रुपये दिये जाते हैं।
कॉपर-टी- यह किसी भी समय (गर्भावस्था को छोड़कर) लगाई जा सकती है। यह प्रसव या
गर्भपात के समय भी लगाई जा सकती है। यह सभी महिलाओं के लिये सुरक्षित एवं उपर्युक्त है।
गर्भ निरोधक गोली- गर्भ निरोधक गोली किसी भी समय (गर्भावस्था को छोड़कर) शुरू की जा
सकती है। गर्भधारण रोकने के लिये महिला हर रात एक गोली ले।
कंडोम- गर्भधारण रोकने के लिये यह एक सरल सुरक्षित विश्वसनीय गर्भ निरोधक है। यह
पुरूषों के उपयोग हेतु है। इसके उपयोग से एड्स एवं यौन रोग को भी रोका जा सकता है। हर बार
नया कंडोम का उपयोग करें।
छाया (गर्भनिरोधक गोली)- गर्भ रोकने का एक सुरक्षित उपाय तीन माह तक सप्ताह में दो
बार उसके बाद सप्ताह मे एक बार छाया गर्भनिरोधक गोली का सेवन करें।
अंतरा (गर्भनिरोधक इंजेक्शन)- दो बच्चों में अंतर रखने का सही उपाय एक इंजेक्शन (केवल
महिलाओं हेतु) तीन माह में एक बार इंजेक्शन लगवाने पर तीन माह तक गर्भधारण को रोका जा
सकता है।
इन समस्त उद्देश्यों को पूर्ण करने के लिये विभिन्न प्रकार के स्थाई/अस्थाई परिवार नियोजन
के साधन विभाग द्वारा स्वास्थ्य संस्थााओं में उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जिला स्तर एवं समस्त
विकासखण्ड स्तर पर फिक्स-डे नसबंदी शिविर आयोजित कर लोगों को परिवार नियोजन सेवाएं प्रदान
की जा रही हैं।