लक्खा सिंह का दावा, कृषि मंत्री तोमर की ऑंखों में आएं ऑंसू
कृषि सुधार कानूनों पर जारी गतिरोध खत्म करने के लिए शुक्रवार को किसान संगठनों और सरकार के बीच आठवें दौर की वार्ता होगी। यह अहम बैठक दोपहर दो बजे राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में होगी। बैठक से पहले मध्यस्थ की भूमिका निभा रहे बाबा लक्खा सिंह ने खुलासा किया कि उनकी केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ लंबी बातचीत हुई है। इस दौरान किसानों की परेशानी जानकार तोमर की आंखों में आंसू तक आ गए। सरकार मान कर चल रही है कि यह आंदोलन वक्त के साथ कमजोर हो जाएगा, लेकिन लक्खा सिंह ने कहा कि सरकार ऐसा मानकर भूल कर रही है। लक्खा सिंह ने उम्मीद जताई कि जल्द कोई समाधान निकल जाएगा, लेकिन इसका फॉर्मूला क्या होगा, यह साफ नहीं किया।
इस बीच, खबर है कि शुक्रवार को होने वाली वार्ता में दोनों पक्षों की ओर से कुछ नए प्रस्ताव रखे जा सकते हैं। सरकार का शुरू से कहना है कि वह किसानों की समस्याएं सुनने तथा उनके हल पर चर्चा करने को तैयार हैं, लेकिन किसान कृषि बिलों को वापस लेने से कम में राजी नहीं हो रहे हैं। वहीं न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP का मसला भी अब तक नहीं सुलझ पाया है। किसान इस पर सरकार से लिखित गारंटी चाहते हैं।
इससे पहले गुरुवार को किसानों ने ट्रैक्टर मार्च की रिहर्सल की। उनकी तैयारी 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च की है। वहीं सरकार का कहना है कि उन्हें ट्रैक्टर मार्च नहीं निकालना चाहिए, क्योंकि समाधान निकलने ही वाला है।