क्या भारत पहुंच चुका है कोरोना का खतरनाक स्वरूप, स्वास्थय मंत्रालय ने दिया ये जवाब ?
ब्रिटेन में कोरोना का नया रूप मिलने के बाद दुनियाभर में हड़कंप है। चिंता वाली खबर यह भी है कि वहां कोरोना का एक और रूप मिला है, जो दक्षिण अफ्रीका से आया है। दो मरीज इससे संक्रमित मिले हैं। यह कोरोना का तीसरा रूप है, जो पहले दो से कहीं अधिक घातक है। इसके बाद ब्रिटेन ने अपने यहां सख्ती बढ़ा दी है। वहीं भारत में भी अलर्ट है। इस बीच, सवाल उठा है कि क्या कोरोना का नया और पहले से ज्यादा घातक रूप भारत में आ चुका है, क्योंकि जब तक ब्रिटेन में इसका पता लगाया जाता और पूरी दुनिया को अलर्ट किया जाता है, तब तक बड़ी संख्या में लोग ब्रिटेन से भारत आ चुका थे? इस सवाल का जवाब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि जब तक प्रयोगशाला में प्रमाणित नहीं हो जाता, यह कहना सही नहीं होगा कि कोरोना का नया रूप भारत में आ चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने यह बात कही है।
वहीं अफ्रीका में कोरोना का नया रूप मिलने के बाद यह वहां से आने जाने वाली फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। जर्मनी, तुर्की, इजरायल, स्विटजरलैंड और सऊदी अरब ने दक्षिण अफ्रीका से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। इराक ने भी दक्षिण अफ्रीका समेत आठ देशों से विमानों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। इनमें ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, ईरान, जापान, बेल्जियम, और नीदरलैंड शामिल हैं। दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि विभाग ऐसे युवाओं की जांच कर रहा है, जिनमें किसी प्रकार के लक्षण तो नहीं थे, लेकिन महामारी से पीड़ित थे।
प्रतिबंधों से ब्रिटेन में हो सकती है खाने-पीने की चीजें की कमी
कोरोना वायरस का नया रूप मिलने के बाद दुनिया के ज्यादातर देशों ने ब्रिटेन पर हवाई प्रतिबंध लगा दिए हैं। इससे ब्रिटेन की परेशानी बढ़ गई है। सबसे ज्यादा असर फ्रांस से लगी पाबंदियों से पड़ रहा है। फ्रांस जाने के लिए 1500 से अधिक ट्रक इंग्लैंड की सीमा में खड़े हैं। अगर प्रतिबंधों में ढील नहीं दी जाती है तो ब्रिटेन को खाद्य पदार्थों की कमी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, नेपाल ने भी ब्रिटेन या ब्रिटेन से होकर आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
WHO की अहम आज
ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस के नए प्रकार के खिलाफ रणनीति तैयार करने को विश्व स्वास्थ संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को सदस्य देशों की बैठक बुलाई है। संगठन की प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। डब्ल्यूएचओ से सभी देशों से कहा है कि कोरोना के नए रूप का पता चलते ही उसे जानकारी दें। उधर, डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि कोरोना वायरस इंफ्लूएंजा वायरस के मुकाबले बहुत धीमी गति से बदल रहा है।