फाइजर ने मांगी भारत में कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर लगातार प्रयास हो रहे हैं। इस बीच, बड़ी खबर यह है कि ब्रिटेन की दवा निर्माता कंपनी फाइजर ने भारत में इमरजेंसी में कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल करने के लिए सरकार से अनुमति मांगी है। इस कोरोना वैक्सीन को ब्रिटेन और बहरीन में पहले ही इस तरह की अनुमति मांग चुकी है। अब देखना यह है कि सरकार इसे अनुमति देती है या नहीं? बता दें, पीएम मोदी ने पिछले दिनों ही बताया था कि अगले कुछ हफ्तों में भारत में कोरोना वैक्सीन आ जाएगी। भारत में भी तीन तरह की कोरोना वैक्सीन पर काम चल रहा है।
भारत में क्या करना चाहती है फाइजर कंपनी
फाइजर इंडिया की ओर से भारत सरकार से यह अनुमति मांगी गई है। हालांकि कंपनी ने ट्रायल से छूट मांगी है। कंपनी का कहना है कि ब्रिटेन में दूसरे और तीसरे चरण का ट्रायल कर चुकी है। ऐसे में भारत सरकार उस ट्रायल के आधार पर सीधे इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति दे। इससे पहले रूस की कंपनी स्पूतनिक ने भी भारत में अपनी कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति मांगी थी, लेकिन भारत सरकार ने कहा था कि वह पहले ट्रायल करे, उसके परिणाम के आधार पर ही अनुमति दी जाएगी।
हालांकि फाइजर कंपनी की कोरोना वैक्सीन के साथ कुछ चुनौतियां भी हैं। इस टीके के माइनस 70 डिग्री पर ही स्टोर किया जा सकता है। यह दवा कमरे के तापमान पर महज छह से सात घंटे तक ही रह सकती है। इसकी कीमत भी भारत में चुनौती बन सकती है। इसके एक डोज की कीमत 40 डॉलर है। इससे इम्यूनिटी बनने में 14 दिन का वक्त लगता है।