मिनी ट्रक और ट्राले के बीच हुई भीषण टक्कर में चालक जिंदा जला
राऊ-खलघाट फोरलेन के गणपति घाट पर शुक्रवार शाम 4 बजे भीषण सड़क हादसा हो गया। घाट उतर रहे मिनी ट्रक के ब्रेक फेल होने से वह अनियंत्रित होकर डिवाइडर पार कर चढ़ने वाली लेन में पहुंच गया। ट्राले को टक्कर मार दी। हादसे के बाद दोनों वाहनों में भीषण आग लग गई। ग्रामीणों की मदद से मिनी ट्रक के चालक को बाहर निकालकर उपचार के लिए धामनोद अस्पताल भेजा गया। वहीं एक चालक ट्राले में दब गया। जो आग में पूरी तरह जल गया और उसकी मौके पर मौत हो गई। लपटें तेज होने से ग्रामीण उसे नहीं निकाल पाए।
इंदौर की तरफ से आकर गणपति घाट उतर रहे मिनी ट्रक क्रमांक एमपी 09 जीए 3451 का ब्रेक फेल हो गए। ब्रेक फेल होने से मिनी ट्रक अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़कर विपरीत लेन जा पहुंचा। वहां घाट चढ़ रहे ट्राला क्रमांक एमपी 09 एच 0849 को मिनी ट्रक ने टक्टर मार दी। हादसे के बाद दोनों वाहनों में भीषण आग लग गई। ग्रामीणों की मदद से झुलसते हुए मिनी ट्रक के चालक को बाहर निकाल लिया गया।
झुलसे हुए चालक को तुरंत टोल एंबुलेंस की मदद से धामनोद अस्पताल भेजा गया। वहीं आग तेज होने के कारण ट्राले में फंसे चालक को नहीं बचाया जा सका। आग पर करीब डेढ़ घंटे के बाद फायर ब्रिगेड की मदद से काबू पाया गया। क्रेन की मदद से करीब 2 घंटे बाद दोनों वाहनों को हटाकर जले हुए शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए महेश्वर भेजा गया। धामनोद थाना प्रभारी राजकुमार यादव, आरक्षक महेश जाट पुलिस बल के साथ घाट पर पहुंचे। वहीं काकड़दा चौकी से अनिल कुमार मौरे, पंकज शर्मा, अमित चौहान, मुस्तकीम मौके पर पहुंचे।
एक चालक को पैर पकड़कर बाहर खींच लिया
प्रत्यक्षदर्शी रमेश मेहरा ने बताया कि हम गणेश मंदिर के बाहर खड़े थे। मिनी ट्रक में चालक को जैसे ही आग में झुलसते देखा तो हमने पैर खींचकर उसे बाहर निकाल लिया। तुरंत एंबुलेंस से अस्पताल भेजा। आग तेज होने से ट्राले के चालक को हम नहीं बचा पाए।
-राऊ-खलघाट फोरलेन का निर्माण 500 करोड़ रु खर्च कर 2008 में हुआ था।
-12 साल में गणपति घाट 390 लोग जान गंवा चुके हैं।
- करीब 3300 से अधिक हादसे हुए। 1600 अधिक लोग गंभीर घायल हुए हैं।
-घाट में पांच किलोमीटर के ब्लैक जोन में होते हैं हादसे।
-अधिक ढलान है हादसों का कारण।