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सतना गोलीकाण्‍ड : मृतक के परिजनों ने ली विधायक की शरण



सतना । बीते दिनों सिंगपुर थाने में चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लाए गए 38 वर्षीय युवक राजपति कुशवाहा कि थाने में गोली लगने से मौत हो गई थी। दूसरे दिन मामला गरमाया रहा। इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। मृतक के स्वजनों ने कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा की शरण ले ली है।

विधायक के घर पीड़ित के स्वजन ने पत्रकारवार्ता की। इसके साथ ही प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया। कांग्रेस विधायक सहित स्वजन ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाते हुए राजपति कुशवाहा को गोली मारने का आरोप लगाया और प्रशासन से मांग की है कि आरोपित पुलिसकर्मियों पर 302 की धारा लगाई जाए और झूठी शिकायत करने वालों को गिरफ्तार किया जाए। थाने का सीसीटीवी फुटेज, हार्ड डिस्क, थानेदार व पुलिस अधीक्षक के मोबाइल को जब्त कर तुरंत कार्रवाई की जाए। मृतक के परिवार में वृद्ध माता, पत्नी व पुत्री हैं, इनका कोई सहारा नहीं है। प्रत्येक के लालन-पालन व क्षतिपूर्ति के लिए एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिलाया जाए और शासकीय नौकरी का प्रबंध किया जाए।

विधायक ने कहा- पुलिस का गुंडा नहीं डाकूराज
कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा का कहना है कि क्षेत्र में पुलिस का गुंडाराज नहीं डाकू राज हो गया है। पुलिस बड़ी मछलियों पर कभी हाथ नहीं मारती। छोटे लोगों को ही प्रताड़ित किया जाता है। आज मृतक के स्वजन परेशान होकर उनकी शरण में आए हुए हैं। लेकिन देर शाम तक प्रशासन का कोई भी अधिकारी उनके स्वजन से मुलाकात करने या उनसे बात करने नहीं पहुंचा। मृतक की लड़की को भी बीते दिनों पुलिस ने पीटा। साथ ही कई गांव वालों को पीटा गया। जिससे भयभीत होकर स्वजन पुलिस के सामने नहीं जा रहे हैं। प्रशासन से मांग है कि तुरंत इस ओर ध्यान दें और आरोपित पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

राजपति एक बहुत अच्छा इंसान था। वह मजदूरी करता था और अपना परिवार पालता था। यह घटना बहुत दुखद करने वाली है ऐसा नहीं होना चाहिए था। - रमैया चौधरी, ग्रामीण

एक सीधे-साधे व्यक्ति को पुलिस ने गोली मार दी। हमारे गांव सतना में यह पूरी घटना पहली बार हुई है। हमारी मांग है कि परिवार वालों को न्याय मिले। - दधिया रजक, ग्रामीण

मेरा छोटा भाई अपराधी नहीं था। उसे झूठा फंसाया गया। हम लोग से थाने पहुंचे थे की जानकारी मिले लेकिन वहां पर बाहरी असामाजिक तत्व ने पत्थरबाजी की थी जिसके बाद हम लोगों के ऊपर पुलिस ने लाठियां भांजी। हमें न्याय चाहिए। - बिटाई लाल, मृतक के सबसे बड़े भाई

हमारा भाई तो अब लौट कर नहीं आ सकता। सरकार से मांग है कि उसकी बेटी को सरकारी नौकरी और परिवार को एक करोड़ का मुआवजा दिलाया जाए और इस घटना में दोषियों पर कठोर कार्रवाई हो। - रामकरण कुशवाहा, मृतक के बड़े भाई

हमें न्याय चाहिए। हमारा सब कुछ पुलिस वालों ने छीन लिया। घर में काम करते वक्त उन्हें चौकी बात करने के लिए उठाकर ले गए लेकिन थाने कब पहुंचा दिए पता नहीं चला। आरोपियों को जेल हत्या के दोष में होना चाहिए। - सुशीला कुशवाहा, मृतक की पत्नी

गांव में दूसरे दिन भी तैनात रहा भारी पुलिस फोर्स
सोमवार को थाना सिंहपुर में हुए उत्पाद के बाद मंगलवार को मृतक राजपति कुशवाहा के गांव नारायणपुर में भी भारी पुलिस फोर्स तैनात रहा। यहां रीवा और सतना जिले का बल तैनात रहा इसके साथ ही जबलपुर से एसटीएफ की बटालियन भी बुलाई गई। गांव में किसी तरह का उपद्रव और आगजनी ना हो इसकी भी प्रशासन ने व्यवस्था कर रखी थी। दमकल सहित पुलिस के वाहन तैनात रहे। मृतक का शव गांव आने से पहले ही पुलिस के सायरन गांव में गूंजते रहे और बल लगातार घूमता रहा। रीवा से खुद डीआईजी मौके पर तैनात रहे। इस दौरान गांव में दहशत का माहौल भी बना रहा। शहर के तीनों थानों को मिलाकर लगभग जिले का अधिकांश बल रैगांव पुलिस चौकी में दिनभर बैठा रहा ताकि किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके। हालांकि शाम तक कोई भी अप्रिय स्थिति गांव में नहीं हुई। लेकिन प्रशासन अलर्ट मोड पर अभी भी चौकन्ना है।

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