दिल्ली सरकार आज से देगी दंगा पीडि़तों को मुआवजा
नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली (North East Delhi) में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं. दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) में FIR की संख्या बढ़कर 167 हो गई. इनमें 36 मामले आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किए गए हैं. पकड़े गए 885 लोगों में से कुछ को गिरफ्तार किया गया है जबकि कुछ हिरासत में हैं. अब तक कुल 43 मौत हुई है.
इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने शनिवार शाम को दिल्ली हिंसा को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई. इसमें सीएम ने बताया कि हमने सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आज एक समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि शनिवार को दिल्ली के किसी भी हिस्से से हिंसा की कोई घटना सामने नहीं आई है. हमारी पहली प्राथमिकता जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करना है.
मुख्यमंत्री ने कहा, "हिंसा प्रभावित इलाके से मुआवजे के लिए 69 व्यक्तियों के आवेदन फॉर्म मिले हैं. मुआवजे के लिए आवेदन करने वाले इन सभी लोगों को रविवार तक 25 हजार रुपये की फौरी मदद मिल जाएगी." उन्होंने आगे कहा, पीड़ितों के घर पर भी फॉर्म भेजे जा रहे हैं. वहीं, जिन लोगों के पास घर नहीं हैं, उनके लिए रैन बसेरों में इंतज़ाम किया जा रहा है. सभी एसडीएम को कहा गया है कि हिंसा के चलते अपना स्थान छोड़ने जा चुके लोगों को वापस बुलाएं.
केजरीवाल ने कहा, ''दिल्ली हिंसा के दौरान 4 सब-डिवीजन प्रभावित हुए और इन सब-डिवीजनों में लगभग 18 एसडीएम हैं. उन सभी ने अपने संबंधित क्षेत्रों का निरीक्षण किया है और वे हिंसा के दौरान क्षतिग्रस्त हुए घरों और दुकानों की पहचान कर रहे हैं. रविवार तक घर, दुकान और गाड़ियों के जलने का आंकड़ा आ जाएगा.''
दिल्ली सरकार ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजे के रूप में 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा की है. मृतक नाबलिग के परिजनों को 5-5 लाख रुपये दिए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने गुरुवार को कहा कि मृतक के परिवार को एक लाख रुपये की मदद तुरंत मुहैया कराई जाएगी, जबकि 9 लाख रुपये दस्तावेजों से पुष्टि होने के बाद दिए जाएंगे. केजरीवाल ने कहा, "हिंसा में विकलांग हुए पीड़ितों को 5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को 2 लाख रुपये और मामूली रूप से जख्मी लोगों को 2 लाख रुपये और अनाथ हुए बच्चों को सरकार 3 लाख रुपये की मदद देगी."