पीएम मोदी आज रखेंगे बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस वे की आधारशिला
उत्तर प्रदेश के सबसे पिछड़े इलाकों में से एक बुंदेलखंड की अब तस्वीर बदलने जा रही है। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखने जा रहे हैं। इससे इस इलाके के विकास की संभावनाओं के कई द्वारा खुल जाएंगे। अब तक यह क्षेत्र दस्यु समस्या, प्रकृति की मार और राजनेताओं की अनदेखी की वजह से विकास की मुख्यधारा से कटा रहा है। एक्सप्रेसवे के सहारे औद्योगिक विकास बुंदेलों की किस्मत बदल सकता है। 14849 करोड़ की लागत से इस एक्सप्रेस वे का निर्माण होगा। इससे चित्रकूट से दिल्ली के बीच का सफर 12 घंटों के बजाय सिर्फ 5 घंटे में पूरा हो जाएगा।
296 किलोमीटर लंबा होगा एक्सप्रेस-वे
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास शनिवार को चित्रकूट के भरतकूप में झांसी-प्रयागराज हाईवे पर पीएम नरेंद्र मोदी दोपहर लगभग एक बजे करेंगे। 296 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेस-वे चित्रकूट से शुरू होगा, जो बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन होते हुए इटावा के कुदरौल गांव के पास लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा।
गौरतलब है कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे आगरा के कुबेरपुर में आगरा-नोएडा यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ा है। इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद बुंदेलखंड की सीधी रोड कनेक्टिविटी लखनऊ और दिल्ली से हो जाएगी। इससे बुंदेलखंड इलाके की विकास की संभावनाओं के द्वार खुल जाएंगे। इसके समानांतर ही औद्योगिक गलियारा भी विकसित किया जाएगा। यहां बुंदेलखंड डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर जैसी बड़ी परियोजना भी शामिल है।
ऐसी रहेगी एक्सप्रेस-वे परियोजना
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे परियोजना की कुल लंबाई 296.070 किलोमीटर रहेगी। इस एक्सप्रेस वे का लाभ चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, इटावा जिलों को सीधे तौर पर मिलेगा। यह एक्सप्रेस-वे फोर लेन का बनेगा। इस एक्सप्रेस वे में 4 रेलवे ओवर ब्रिज, 14 बड़े पुल, 4 टोल प्लाजा, 7 रैंप प्लाजा, 268 छोटे पुल, 18 फ्लाईओवर और 214 अंडरपास रहेंगे। इसके निर्माण की लागत 14849.09 करोड़ अनुमानित है।
इसे बनाने के लिए 95 फीसदी से ज्यादा भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इस एक्सप्रेस-वे की मदद से बुंदेलखंड यूपी के लखनऊ, दिल्ली, कानपुर, आगरा, अलीगढ़, मथुरा-वृंदावन और नोएडा-ग्रेटर नोएडा जैसे बड़े शहरों से जुड़ जाएगा।