Coronavirus : इस राज्य के 200 से अधिक लोग फंसे, लगाई मदद की गुहार
दुनिया में हाहाकार मचा रहे कोरोना वायरस इरान में भी पैर पसारने लगा है, जिसके कराण हवाई सेवा पर इसका असर पड़ रहा है। हवाई सेवा बाधित होने से इरान गये गुजरात के 200 से ज्यादा लोग मुश्किल में आ गये है। इरान में फंसे गुजरातियों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगायी है।
गुजरात के उमरगाम के मरोली में रहते गणेश टंडेल नामक मच्छुआरा पिछले 6 साल से इरान में काम कर रहा है। वह इरान में मछली पकड़ता है। उसके साथ हुई टेलिफोनिक बातचीत में पता चला है कि इरान में गुजरात के 200 से अधिक लोग रहते है और फिलहाल कोरोना वायरस के कारण उनकी चिंता बढ़ गई है। यहां कोरोना वायरस धीरे-धीरे फैल रहा है। वे सभी भारत आना चाहते है लेकिन विमानी सेवा बंद होने से वे भारत नहीं आ पा रहे है।
गुजरात के 200 से भी अधिक इरान में काम कर रहे
वन अदिवासी विकास राज्यमंत्री रामण पाटकर ने बताया कि इरान में फंसे हुए लोगों का उनसे संपर्क हुआ है। विदेश मंत्रालय को फेक्स कर सारी सूचना पहुंचा दी गई है। इस मुद्दे को लेकर आज विदेश मंत्रालय से बात करेंगे। पहले भी ऐसी घटनाएं हुई थी सरकार ने पूरा सहयोग किया था इस मामले में भी सरकार पूरा सहयोग करेगी।
जानकारी के मुताबिक इरान में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने से दुबई सरकार ने इरान-दुबई के बीच हवाई सेवा बंद कर दी है। जिसके कारण इरान में काम करने के लिए दक्षिण गुजरात के लोग फंस गये है। वे भारत आना चाहते है। यहां रहते उनके परिजनों में भी चिंता फैल गयी है। इरान में फंसे भरातीयों ने सोशियल मीडिया पर वीडियों पोस्ट कर केन्द्र सरकार, गुजरात सरकार और भारतीय एम्बसी से मदद की गुहार लगायी है।
दक्षिण गुजरात के उमरगाम के मरोली के पूर्व सरपंच राजेश केणी ने बताया कि उमरगाम के समुद्री इलाके व वलसाड़ जिले के कई लोग इरान में मछली पकड़ने के लिए गये है। वे इरान में मछली पकड़ कर अपने परिवार का गुजारा करते है। इरान में कोरोना वायरस के चलते उनके परिजनों में फैल गयी है। उनका कहना है कि दुबई ने इरान के बीच हवाई से बंद कर दी है। जिसके कारण इरान में फंसे भारतीय अपने वतन नहीं आ पा रहे है।