सोनभद्र में सोने की खदान मिलने की बात GSI ने की खारिज
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में सोने की खदान मिलने की बात देश भर में सुर्खियों में रही लेकिन अंत में यह दावा खारिज कर दिया गया है। स्वयं GSI यानी भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया है। कहा गया है कि इस तरह की खबरें सामने आ रही हैं कि सोनभद्र में सोने की खदान का विशाल भंडार मिला है लेकिन हम इसमें किसी भी तरह से पार्टी नहीं हैं। हमने इस तरह के सोने के भंडार के विशाल संसाधन कोई अनुमान नहीं लगाया है।
इससे पहले आज दिन भर इस आशय की खबरें चलती रहीं कि सोनभद्र में सोने का विशाल भंडार मिला है। यहां जमीन के भीतर कई हजार टन सोना दबा हुआ है। बताया गया था कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) को यहां सोन पहाड़ी एवं हरदी नामक क्षेत्रों में स्थित टीलों के नीचे जो सोना मिला है, उसकी मात्रा करीब 3 हजार टन है।
वर्तमान में संपूर्ण भारत के पास जितना भी सोने का भंडार है, उक्त मात्रा उससे अनुमानित 5 गुना अधिक बताई गई है। इन खबरों पर विश्वसनीयता इसलिए भी बनी क्योंकि स्वयं उत्तर प्रदेश के खनिज विभाग ने तकरीबन साढ़े चार वर्ग किमी क्षेत्र में दो अलग-अलग स्थानों पर खदानों के पाए जाने की पुष्टि की थी। जहां यह खदान मिली, वह स्थान वन विभाग के क्षेत्राधिकार में आता है, जबकि इसका अन्य भाग निजी स्वामित्व में है।
15 साल से थी तलाश
मालूम हो कि जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GIS) की टीम गत 15 वर्षों से यहां इसकी तलाश में जुटी थी। आज से करीब 8 साल पहले टीम को इस स्वर्ण भंडार के वजूद का पता चला था। इसके बाद जांच चली और आखिर विभाग ने यहां सोने के भंडार की पुष्टि कर दी थी।