मंदिर निर्माण के लिए शिफ्ट होंगे रामलला, शिलान्यास के लिए PM मोदी को भी भेजा जा चुका है न्यौता
अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार द्वारा ट्रस्ट का गठन किया गया है। शनिवार को ट्रस्ट के सदस्यों ने राम जन्मभूमि पर विराजित रामलला को शिफ्ट किए जाने को लेकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, कलेक्टर अनुज झा, राजा बिमलेंद्र मोहन मिश्र और डॉ. अनिल मिश्र मौजूद रहे। निरीक्षण के बाद सदस्यों की बंद कमरें में वार्ता हुई। बताया जा रहा है कि नजदीक ही स्थित मानस भवन में रामलला को शिफ्ट किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कोर्ट द्वारा ट्रस्ट का गठन किया गया था। राम मंदिर निर्माण से जुड़े सभी निर्णयों का अधिकार इस ट्रस्ट के पास ही रहेगा।
गौरतलब है कि मंदिर निर्माण के लिए होने वाले शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा न्यौता भेजा जा चुका है।
6 महीने के अंदर शुरू होगा निर्माण कार्य
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने शुक्रवार को कहा था कि राममंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन और शिलापूजन पहले ही हो चुका है, अब बस शिलाओं को उनके स्थान पर रखने का काम शुरू किया जाना है। यह कार्य 6 महीने से पहले ही शुरू कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए चंदे की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह धरती राम की है, यहां पर धन राम का है, मंदिर का निर्माण राम के भक्तों की निष्ठा और प्रेम भक्ति से होगा।
मॉडल में हो सकता है थोड़ा बदलाव
ट्रस्ट अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास कह चुके हैं कि मंदिर का जो मॉडल था उसी रूप में निर्माण किया जाएगा, हालांकि कहीं जरूरत होगी तो थोड़ा बहुत बदलाव किया जा सकता है। मंदिर के ट्रस्ट को लेकर कोई विवाद नहीं है। जो इसे लेकर विवाद कर रहे हैं वह बेकार का है।