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अदनाना सामी को पदमश्री देने पर विवादों में आई सरकार



Adnan Sami को पद्मश्री देने के मोदी सरकार के फैसले पर विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस और एनसीपी ने कहा है कि पाकिस्तानी सिंगर Adnan Sami को इसलिए सम्मानित किया गया है ताकि डैमेज कंट्रोल किया जा सके। वहीं शिवसेना इस मुद्दे पर मोदी सरकार के साथ खड़ी नजर आ रही है। इस बीच, सोशल मीडिया पर भी Adnan Sami का मुद्दा गर्मा गया है। बड़ी संख्या में लोग कमेंट्स कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि Adnan Sami के पिता पाकिस्तानी सेना में थे। अरशद सामी खान ने भारत के खिलाफ 1965 की जंग में हिस्सा लिया था और भारत का एक लड़ाकू विमान, 15 टैंक और 12 वाहनों को नष्ट किया था। पढ़िए कमेंट्स -

कांग्रेस प्रवक्ता जयवीस शेरगिल ने ट्वीट कर भाजपा से तीन सवाल पूछे। उन्होंने लिखा, पाक के खिलाफ लड़ने वाला भारत का सिपाही घुसपैठिया और पाक वायुसेना के अफसर के बेटे को सम्मान क्यों? पद्मश्री के लिए समाज में योगदान जरूरी है या सरकार का गुणगान? क्या पद्मश्री के लिए नया मानदंड है “करो सरकार की चमचागिरी मिलेगा तुमको?

शिवसेना सांसद गजानंद कीर्तिकर का कहना है कि पद्मश्री या ऐसे किसी भी अवार्ड पर सवाल उठाना गलत है, क्योंकि इसका फैसले पर लंबी प्रक्रिया के बाद किया जाता है। अदनान सामी को सम्मान दिया गया है तो बिल्कुल सही है।

महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ मिलकर सरकार चला रही एनसीपी ने भी Adnan Sami का विरोध किया है। पार्टी नेता नवाब मलिक का कहना है कि यह डैमेजे कंट्रोल है। मोदी सरकार यह दिखाना चाहती है कि वह पाकिस्तानी नागरिको को न केवल नागरिकता दे रही है, बल्कि उन्हें सम्मानित भी कर रही है। क्या भारत में इस सम्मान के लायक लोगों की कमी हो गई है?

Adnan Sami को पद्म श्री मिलने पर सबसे पहले केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बधाई दी। उन्होंने अपनी ट्वीट में लिखा, Adnan Sami ऐसे लोगों में से हैं जिनका भारत के संविधान पर भरोसा है और उन्हें भारत की नागरिकता दी गई थी। मुझे उम्मीद है कि शाहीन बाग सुन रहा है। भारत नागरिकता लेने में यकीन नहीं रखता।

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