गणतंत्र दिवस पर पीएम मोदी ने देशवासियों से की 'मन की बात', लोगों से की हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील
पीएम मोदी ने गणतंत्र दिवस पर मन की बात कार्यक्रम में जल संरक्षण पर जोर दिया और कहा कि आज की आवश्यकता जल संरक्षण है। उन्होंने इस मौके पर देश में इस संबंध में किए जा रहे प्रयासों का सराहना की और कहा की लोगों को इस संबंध में आगे आना चाहिए। मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने ब्रू समझौता का जिक्र किया और 23 साल तक ब्रू शरणार्थी किस तरह की दिक्कतों में रहे इसको बताया। उन्होने गगनयान को लेकर भी इस प्रोग्राम में बात की।
उत्तर पूर्व में हिंसात्मक गतिविधिया काफी कम हुई है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर मैं लोगों से अपील करता हूं की हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्य धारा में आ जाएं। हम सभी नए भारत के निर्माण में जुट जाएं। गगनयान की दिशा में देश एक कदम और आगे बढ़ गया है। गगनयान मिशन 21 सदी में भारत की एक अहम उपलब्धि होगा। इसके लिए चार युवाओं का चयन कर लिया गया है। .ये चारों ट्रेनिंग के लिए रुस जाएंगे।
देश में फिट इंडिया का कार्यक्रम भी रंग ला रहा है। 65 हजार स्कूलों ने फिट इंडिया में रजिस्ट्रेशन किया है। हम फिट तो इंडिया फिट का मंत्र याद रखें। पिछले महीने हमने ब्रू समझौता किया। 1997 में त्रिपूरी के शरणार्थी मिजोरम आने को मजबूर हुए थे। 23 साल तक ब्रू शरणार्थी दिक्कतों में रहे।
मेरे देशवासियों और खासकर युवासाथियों मैं आसाम में खेलो इंडिया के आयोजन के लिए बधाई देता हूं। इसमें बेटियों ने अच्छी सफलता प्राप्त की। मैं इस खेल के सफल आयोजन के लिए सभी खिलाड़ियों और उससे संबंधित लोगों को बधाई देता हूं।
चरवैती, चरवैती यानी चलते रहो, चलते रहो। जल संरक्षण पर आज हम बात करेंगे। जल संरक्षण का अभियान अब आगे बढ़ रहा है। इस अभियान में समाज के सभी तबकों ने हिस्सा लिया है। जल संरक्षण मे जन भागीदारी से उत्तर प्रदेश की बाराबंकी की सराही झील को ग्रामीणों के सहयोग से जीवंत कर दिया गया। झील पर तटबंध बना दिया, जिससे उसमें पानी काफी आ गया। कुछ ऐसा ही काम राजस्थान में बावड़ियों को लेकर और उत्तराखंड में भी हुआ है।
पीएम मोदी ने कहा यह इस साल का पहला मन की बात कार्यक्रम है। यह मन की बात का 61 वां एपीसोड है। इस समय देशवासियों में कुछ करने की भावना बड़ी है। हमने देश के लिए काफी सारे प्रयास किए हैं। हमने खादी की बिक्री को नए मुकाम पर पहुंचाा है। स्वच्छता को एक अभियान बनाया है।