अभिनंदन अगर राफेल उड़ा रहे होते, तो नतीजा कुछ और होता- बी एस धनोवा
नई दिल्ली। पूर्व वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने कहा कि विंग कमांडर अभिनंदन मिग-21 की जगह राफेल जेट उड़ा रहे होते, तो पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान के साथ हुई उनकी डॉग फाइट के नतीजे अलग हो सकते थे। सवाल उठता है कि वह राफेल क्यों नहीं उड़ा रहे थे, क्योंकि वायुसेना को राफेल जेट मिलने में 10 साल की देरी हो गई। धनोआ ने शनिवार को एक कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार को यह तय करने में दस साल लग गए कि आप कौन सा विमान खरीदना चाहते हैं।
रक्षा अधिग्रहण सौदों के राजनीतिकरण पर आगे सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, 'यदि आप रक्षा अधिग्रहण प्रणाली का राजनीतिकरण करते हैं, तो पूरी प्रणाली पीछे चली जाती है। अन्य फाइलें भी धीमी गति से चलने लगती हैं। बोफोर्स के बाद तोपखाने को नई तोप कब मिल सकती है? बोफोर्स अच्छी तोप है, लेकिन वह भी विवादों में घिर गई थी, उसी तरह राफेल के मामले में भी जांच हुई।.
धनोआ ने रूस से खरीदी जा रही एस-400 मिसाइल प्रणाली को 'गेम-चेंजर' करार देते हुए कहा कि रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया को तेज करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि S-400 एक गेम-चेंजर है... S-400 खरीदने के लिए सरकार ने बहुत अच्छा सौदा किया है। बताते चलें कि बलकोट हवाई हमले के जवाब में 27 फरवरी 2019 को भारत पर पाकिस्तानी लड़कू विमानों ने हमला करने की कोशिश की थी। उस दौरान अभिनंदन ने मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान से पाकिस्तान के उन्नत एफ-16 विमानों ने न सिर्फ खदेड़ दिया था, बल्कि एक एफ-16 विमान को मार भी गिराया था।
हालांकि, इस दौरान उनका विमान भी दुर्घटनाग्रस्त होकर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में गिर गया था। इसके बाद उन्हें पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, भारत के दबाव में आकर पाकिस्तान को अभिनंदन को रिहा करना पड़ा था। वीर चक्र पुरस्कार विजेता अभिनंदन ने 23 अगस्त को फिर से विमान उड़ान शुरू कर दिया है।