top header advertisement
Home - राष्ट्रीय << पीएम मोदी ने कांग्रेस को लिया आड़े हाथों, कहा-कांग्रेस और अर्बन नक्‍सली फैला रहे मुस्लिमों में अफवाह

पीएम मोदी ने कांग्रेस को लिया आड़े हाथों, कहा-कांग्रेस और अर्बन नक्‍सली फैला रहे मुस्लिमों में अफवाह



नई दिल्ली। दिल्ली के रामलीला मैदान में अवैध कालोनियों को नियमित करने के लिए धन्यवाद रैली को पीएम मोदी ने रविवार को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून 2019 (CAA) को लेकर फैलाए जा रहे झूठ के लिए विपक्ष को आड़े हाथों लिया। मोदी ने कहा कि CAA से भारत में रहने वाले किसी मुस्लिम की नागरिकता जाने वाली नहीं है। यह एक झूठ जो कांग्रेस और अर्बन नक्सली फैला रहे हैं कि मुस्लिमों के लिए देश में डिटेंशन सेंटर बना है। मैं साफ कर देना चाहता हूं कि देश में ऐसा कोई डिटेंशन सेंटर है ही नहीं।

पीएम ने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान से जो अल्पसंख्यक धर्म के आधार पर शिकार बनाए जाने के बाद जान-बचाकर भागकर भारत आए हैं उन्हें भारत की नागरिकता दी जा रही है और उनमें ज्यादातर दलित हैं। कई दलित नेता बिना इस बात को जाने, बिना कानून को समझे इसमें कूद पड़े हैं। इस कानून का भारत में रहने वाले किसी भी व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है। किसी भी मुस्लिम को भारत से निकाला नहीं जा रहा है। इस कानून का इस देश के अंदर रह रहे 130 करोड़ लोगों से कोई वास्ता नहीं है।

कांग्रेस और उसके साथी, शहरों में रहने वाले कुछ पढ़े लिखे अर्बन नक्सली अफवाह फैला रहे हैं कि सारे मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाएगा। कुछ तो अपनी शिक्षा की कद्र करिए। एक बार पढ़ तो लीजिए नागरिकता संशोधन एक्ट है क्या? अब भी जो भ्रम में हैं, मैं उन्हें कहूंगा कि कांग्रेस और अर्बन नक्सलियों द्वारा उड़ाई गई डिटेंशन सेंटर की अफवाह सरासर झूठ हैं। जो हिंदुस्तान की मिट्टी के मुसलमान हैं, उनसे नागरिकता कानून और एनआरसी दोनों का ही कोई लेना-देना नहीं है।

तब चुप थे दलित राजनीति करने वाले
वहीं, पाकिस्तान में दलितों के साथ अत्याचार हो रहा था, तब ये दलित राजनीति करने वाले चुप थे। आज जब इन दलितों के जीवन की सबसे बड़ी चिंता दूर करने का काम मोदी सरकार कर रही है तो आपके पेट में चूहे क्यों दौड़ रहे हैं। पाकिस्तान से जो शरणार्थी आए हैं उसमें से अधिकतर दलित परिवार से हैं। वहां आज भी दलितों के साथ दुर्व्यवहार होता है। वहां बेटियों के साथ अत्याचार होता है, जबरन शादी करके उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता है। ये इसलिए किया जाता है कि उनकी आस्था, पूजा पद्धति अलग है। ऐसे शोषण के कारण ही वो भारत आए और देश के अलग अलग कोनों में रह रहे हैं।

महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर बना कानून
उन्होंने कहा कि यह कानून बनाने के बारे में मोदी को रातों-रात कोई विचार नहीं आया। नागरिकता कानून महात्मा गांधी के सिद्धांतों के अनुरूप है। जो लोग महात्मा गांधी के मानते हैं, उनके नाम का झंडा उठाते हैं, वह भी बिल का विरोध कर रहे हैं। कम से कम महात्मा गांधी की बातों को तो नजरअंदाज मत करो। महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख साथियों को जब लगे कि उन्हें भारत आना चाहिए तो उनका स्वागत है। ये रियायत तब की भारत की सरकार के वादे के मुताबिक है।

मनमोहन सिंह और ममता बैनर्जी ने किया था समर्थन, अब पलट गए
इसके बारे में मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का भी हवाला देकर कांग्रेस को घेरा। पीएम मोदी ने कहा कि संसद में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बाग्लादेश के शरणार्थियों को नागरिकता देने का समर्थन किया था। आज जब एनडीए की सरकार इस मांग पूरा कर रही है, तो कांग्रेस इसका विरोध कर रही है। कांग्रेस वोट बैंक के लिए राजनीति कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री कानून के खिलाफ यूएन जाने की बात कर रहीं हैं, जबकि पहले वह संसद में खड़े होकर बांग्लादेश से आए घुसपैठियों को भगाने की बात कहती थीं। उन्होंने ममता बनर्जी से कहा कि बंगाल की जनता का भरोसा करो।

Leave a reply