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जूनियर इंजीनियर 15 लाख की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार



शहडोल।  रीवा लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वतखोरी के खिलाफ मध्य प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई का दावा किया है। बुधवार को शहडोल में एक ठेकेदार से 15 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेई) राजेश तिवारी को रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया।

तिवारी ने 'सौभाग्य योजना के अंतर्गत सीधी जिले में किए गए काम के बकाया 37 करोड़ रुपए के बिल के भुगतान के लिए पहले 2.20 करोड़ रुपए की रिश्वत मांगी थी। बाद में वह 1.80 करोड़ रु. मांगने लगा और अंतत: 15 लाख रु. लेने को तैयार हो गया। तभी उसे व्यूह रचना बनाकर पकड़ लिया गया।

जेई तिवारी के खिलाफ सीधी के आजाद नगर कोटहा में रहने वाले ठेकेदार भानू प्रकाश कचेर ने लोकायुक्त पुलिस में शिकायत की थी। भानू ने बताया कि उसने अपने भाई के साथ मिलकर सीधी जिले में सौभाग्य योजना के तहत लगभग 37 करोड़ 27 लाख रुपए का काम किया था। उस दौरान जेई राजेश तिवारी सीधी में ही पदस्थ था। एक जून को तिवारी का ट्रांसफर सीधी से शहडोल हो गया।

इसके बाद भी तिवारी भानू पर बिल के भुगतान के लिए 2 करोड़ 20 लाख रुपए देने का दबाव बनाता रहा। साथ ही धमकी दी कि यदि उसने रुपए नहीं दिए तो आगे का भुगतान रुकवा देगा और विभाग में घटिया काम की शिकायत करवाएगा। बाद में सौदा 1 करोड़ 80 लाख रुपए में तय हुआ। जब ठेकेदार ने इसमें भी असमर्थता जताई तो फिर मामला आखिरकार 15 लाख में तय हो गया। लेकिन इसी बीच भानू ने मामले की शिकायत लोकायुक्त में कर दी।

घर के पास बुलवाकर 10 लाख नकद व चेक लिया
तय योजना के मुताबिक 17 दिसंबर को रुपए दिए जाने की बात हुई। मंगलवार को ही भानू शहडोल आ गया, लेकिन जेई ने रुपए नहीं लिए। उसने कहा कि बुधवार को मॉर्निंग वॉक के समय वो रुपए लेगा। उसने वहां भी राशि नहीं ली। अंत में सुबह 9 बजे तिवारी ने भानू को अपने घर के पास बुलाया और 15 लाख ले लिए। इसमें 10 लाख नकद और 5 लाख का चेक आरोपित के ही नाम का था। जैसे ही जेई ने रुपयों से भरा बैग लिया वैसे ही घात लगाकर बैठी लोकायुक्त टीम ने उसे धरदबोचा।

दो दिन की रिमांड पर सौंपा
आरोपी जेई को रंगेहाथ पकड़ने खुद लोकायुक्त एसपी राजेंद्र कुमार वर्मा रीवा से शहडोल आकर टीम का नेतृत्व कर रहे थे। शाम को आरोपित को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसकी दो दिन की रिमांड मिली। रिमांड के दौरान पूछताछ रीवा में की जाएगी।

रीवा और शहडोल स्थित निवास पर भी छापा
शहडोल में दिनभर कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त ने जेई राजेश तिवारी के शहडोल स्थित निवास पर भी छापा मारा। वहां से कई जरूरी दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। इसके बाद रीवा के बिछिया स्थित उसके स्थायी निवास पर भी टीम ने दस्तावेज खंगाले।

सतना के बाद प्रदेश की सबसे बड़ी कार्रवाई
मप्र में लोकायुक्त द्वारा अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई का परचम रीवा लोकायुक्त के पास रहा है। 24 जून 2017 को प्रदेश में उस समय की सबसे बड़ी कार्रवाई रीवा लोकयुक्त ने ही की थी। तब सतना के तत्कालीन नगर निगम कमिश्नर सुरेंद्र कुमार कथूरिया को एक घर न गिराने के एवज में 12 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया था। इसके पहले 3 अप्रैल 2014 को अनूपपुर में पीएचई के ईई को उनके अन्य कर्मचारियों के साथ नलकूप खनन का बिल पास करने के नाम पर 4 लाख 88 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया था।

इनका कहना है
यह मप्र लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गई अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। आरोपित के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी जांच की जा रही है।

-राजेंद्र कुमार वर्मा एसपी, लोकायुक्त रीवा

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