कैंसर का डर दिखा भारतीय डॉक्टर ने किया महिलाओं का यौन उत्पीड़न
भारतीय मूल के एक डॉक्टर ने महिलाओं का यौन शोषण करने के लिए कैंसर को हथियार की तरह इस्तेमाल किया। उसने हॉलीवुड की एक सेलिब्रिटी की कैंसर की खबर का हवाला देकर महिलाओं से कहा कि उन्हें अपने प्राइवेट पार्ट्स की जांच करवानी चाहिए, ताकि वह समय रहते इस बीमारी को पनपने से रोक सकें। उसने महिलाओं से कहा कि अगर वे कैंसर होने से बचना चाहती हैं, तो उन्हें इसकी पहले से जांच करानी चाहिए। महिलाओं को कैंसर करा डर दिखाकर और अपने पद का दुरुपयोग कर डॉक्टर मनीष शाह ने दर्जनों महिलाओं का यौन शोषण किया।
यूके की एक अदालत ने डॉक्टर मनीष शाह को कई महिलाओं के यौन उत्पीड़न का दोषी करार देते हुए उसकी सजा पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। ओल्ड बेली कोर्ट ने सामान्य चिकित्सक (जीपी) मनीष शाह को 25 मामलों में यौन हमले का दोषी ठहराया। मुकदमे के दौरान कोर्ट को बताया गया कि शाह ने कैसे हॉलीवुड स्टार एंजेलिना जोली के कैंसर की खबर का इस्तेमाल कर एक महिला को डराकर कहा कि क्या वह उसके स्तनों की जांच करना चाहेगी।
अभियोजक केट बेक्स ने जूरी को बताया कि उसने अपने पद का इस्तेमाल कर महिलाओं के प्राइवेट पार्ट की जांच करने के लिए राजी किया और उनका शोषण किया, जबकि उन जांचों को करने की कोई जरूरत ही नहीं थी। डर एक अविश्वसनीय प्रेरक है और कुछ स्वास्थ्य चिंताएं कैंसर की तुलना में कम डरावनी होती हैं। डॉ. शाह ने इसका फायदा उठाया और इसे अपने निजी संतुष्टि के लिए कैंसर की बीमारी का इस्तेमाल किया।
मई 2009 से जून 2013 के बीच पांच साल से अधिक समय में 50 वर्षीय मनीष शाह ने पूर्वी लंदन के मावनी मेडिकल सेंटर के छह मरीजों पर यौन हमला किया, जिनमें कुछ की उम्र 11 वर्ष थी। जूरी ने उन्हें पांच अन्य आरोपों से बरी कर दिया था। जूरी को बताया गया था वह पहले से ही 17 अन्य महिलाओं से संबंधित इसी तरह के आरोपों का दोषी ठहराया गया था, जिससे शाह की शिकार बनी महिलाओं की कुल संख्या को 23 हो गई।
न्यायाधीश ऐनी मोलेनेक्स ने 7 फरवरी 2020 तक नए अपराधों के लिए सजा को स्थगित कर दिया। उधर, शाह ने किसी भी गलत काम से इनकार कर दिया और उनके वकील जोए जॉनसन ने बताया कि वह एक सतर्क, असुरक्षित, शायद अक्षम चिकित्सक था। महिलाओं की शिकायतों के सामने आने के बाद शाह को साल 2013 में मेडिकल प्रैक्टिस से निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद शाह के खिलाफ पुलिस जांच शुरू हुई थी।