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रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों के लिए औद्योगिक संस्थानों से समन्वय कायम करें विश्वविद्यालय


राज्यपाल श्री टंडन की पहल पर देश में पहली बार मध्यप्रदेश में बना विश्वविद्यालयों का कंसोर्टियम 

राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने आज राजभवन में प्रदेश के शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की बैठक में कहा कि रोजगारोन्मुखी पाठयक्रमों के संचालन के लिए औद्योगिक संस्थानों से समन्वय कायम करें। जो निर्णय लें, उन्हें पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ परिणाम तक ले जायें। उन्होंने कुलपतियों को नई सोच, ऊर्जा और आत्म-विश्वास के साथ उच्च शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने की दिशा में पहल करने को कहा।

राज्यपाल श्री टंडन की पहल पर देश में पहली बार मध्यप्रदेश में विश्वविद्यालयों का कंसोर्टियम बनाया गया है। इसके माध्यम से विश्वविद्यालय एक-दूसरे की विशेषज्ञताओं का उपयोग कर विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा उपलब्ध करवाएंगे। राज्यपाल ने आशा व्यक्त की कि कंसोर्टियम के माध्यम से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में यह कदम नया इतिहास बनाएगा।

राज्यपाल की उपस्थिति में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के साथ डॉ. बी.आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, छिन्दवाड़ा विश्वविद्यालय, पंडित एस.एन. शुक्ला विश्वविद्यालय, महाराजा छत्रसाल बुन्देलखंड विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय द्वारा अपनी-अपनी कमियों को दूर करने के लिए आपसी समझौते पर हस्ताक्षर किये गए। 

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने सभी विश्वविद्यालयों को उनकी आवश्यकतानुसार साफ्टवेयर और लायसेंस उपलब्ध कराने पर सहमति व्यक्त की। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल ने साइंस रिसर्च के क्षेत्र में विद्यार्थियों को सुविधायें देने, विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन ने प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरातत्व तथा पांडुलिपि संग्रहालय में रखी विभिन्न भाषाओं की लगभग बीस हजार पांडुलिपियों को शोध एवं अनुसंधान की सुविधा देने की जानकारी दी।

इस अवसर पर सर्वसम्मति से राज्यपाल की अध्यक्षता में कंसोर्टियम का गठन किया गया। राज्यपाल के सचिव और शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को  कार्यकारी समूह में शामिल किया गया है।

 

करूणा राजुरकर/अजय वर्मा

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