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दूरदर्शन पर दिखाया जाएगा संघ के सेवा कार्य, समर्पण, हर हफ्ते होगा प्रसारण



नई दिल्ली। केंद्र सरकार का टेलीविजन चैनल दूरदर्शन अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और उससे जुड़े संगठनों की सफलताओं की कहानियां दिखाएगा। डीडी नेशनल ने संघ से जुड़े संगठन राष्ट्रीय सेवा भारती के कार्यों पर समर्पण नाम से एक विशेष कार्यक्रम भी बनाया है। चैनल डीडी नेशनल यह दिखाएगा कि संघ ने कैसे सामाजिक कार्यों के जरिए देश में कई जगहों की तस्वीर बदल डाली और कैसे समाज के वंचित तबकों की जिंदगी में परिवर्तन लाने में सफलता हासिल की।

संघ की ओर से देशभर में डेढ़ लाख से अधिक सामाजिक सेवा के कार्य संचालित हो रहे हैं। ऐसे में इनमें से तमाम कार्य अब टीवी के जरिए घर-घर और जन-जन तक पहुंचाने की तैयारी है। संघ परिवार को लगता है कि समाज सेवा से जुड़े कार्यों के बारे में जन-जन को जानकारी मिलने से इसमें और भी लोग हाथ बंटाने के लिए प्रेरित होंगे।

राष्ट्रीय सेवा भारती के सेवा कार्यों पर बने इस कार्यक्रम के संयोजक ऋषि पाल डडवाल ने आईएएनएस को बताया कि समर्पण में सामाजिक कार्यों पर कुल 52 एपिसोड बने हैं। यह धारावाहिक डीडी नेशनल पर 17 नवंबर से हर रविवार सुबह 10 बजे से आधे घंटे प्रसारित होगा। ओडिशा और केरल में आई आपदा के दौरान स्वयंसेवकों की ओर से किए गए राहत एवं बचाव कार्य पर भी एक एपिसोड है। छत्तीसगढ़ में कुष्ठ रोगियों के बीच हुए काम से उनकी जिंदगी में आए परिवर्तन को भी इस धारावाहिक में दिखाया जाएगा।

ऋषिपाल ने आगे कहा, हमारी मंशा नॉर्थ ईस्ट और छत्तीसगढ़ के कोरमा में आदिवासियों के बीच चले सेवा कार्यों और उसके सफल परिणामों सहित तमाम कार्यों को धारावाहिक के जरिए दिखाकर लोगों को समाज सेवा के प्रति प्रेरित करने की है। संघ के सर कार्यवाह भैय्याजी जोशी ने भुवनेश्वर में अक्टूबर में हुई अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में संघ परिवार के सेवा कार्यों पर रिपोर्ट पेश की थी।

उन्होंने बताया था कि संघ के स्वयंसेवक 20 स्थानों पर सेवार्थ बड़े अस्पताल और 15 ब्लड बैंक चला रहे हैं। भैय्याजी जोशी ने कहा था, 1989 से संघ ने योजनाबद्ध रूप से सेवा क्षेत्र में कार्य करना शुरू किया। वर्तमान में स्वयंसेवकों द्वारा डेढ़ लाख से अधिक सेवा प्रकल्प चलाए जा रहे हैं। 20 स्थानों पर संघ के स्वयंसेवक सेवार्थ बड़े अस्पताल चलाते हैं, उनकी क्षमता 50 से 150 बेड तक है।

15 ब्लड बैंक संघ के स्वयंसेवक चलाते हैं, जो उस क्षेत्र की 50 प्रतिशत तक की आवश्यकता को पूरा करते हैं। संघ के संगठन राष्ट्रीय सेवा भारती के पदाधिकारियों के मुताबिक, स्वयंसेवकों की कोशिशों से तीन से चार हजार नेत्रदान प्रतिवर्ष होते हैं। ग्राम विकास के क्षेत्र में भी संघ के स्वयंसेवक कार्य कर रहे हैं। इन प्रयासों से अभी तक देश के 250 गांवों में ग्रामवासियों के सहयोग से ही विकास का मॉडल स्थापित किया है।

संघ परिवार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सामाजिक वातावरण, और स्वावलंबन जैसे पांच क्षेत्रों को ग्राम विकास में शामिल किया है। अब तक इन कार्यों की जानकारी संघ से जुड़ीं पत्र-पत्रिकाओं में ही दी जाती थी। मगर अब दूरदर्शन के जरिए संघ परिवार के सेवा कार्यों से देश की बड़ी आबादी को रूबरू कराने की तैयारी है।

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