कुडनकुलम परमाणु संयंत्र पर साइबर हमले के बारे में भारत ने दी रूस को जानकारी
नई दिल्ली। तमिलनाडु में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर साइबर हमले की रिपोर्टों के बाद भारतीय अधिकारियों ने रूस को बताया है कि भविष्य में इसी तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। यह जानकारी मंगलवार को एक वरिष्ठ रूसी राजनयिक ने दी। बताते चलें कि कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र भारत और रूस के बीच एक संयुक्त उद्यम है।
रूसी दूतावास के उप-प्रमुख रोमन बाबूसकिन ने कहा कि न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने रूसी अधिकारियों को सूचित किया है कि संयंत्र सुरक्षित है और इसकी सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि रूसी अधिकारी भारतीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि किसी और हमले को रोका जा सके।
ब्राजील के शहर ब्रासीलिया में बुधवार से शुरू होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में बाबुश्किन ने कहा कि आतंकवाद की चुनौती से निपटने के तरीके इस सम्मेलन के केंद्र में होंगे। उन्होंने आतंकी वित्तपोषण और अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने के लिए कई कार्य समूहों का गठन करने की बात कही। बताते चलें कि ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं, जिसमें इस बार के सम्मेलन की मेजबानी ब्राजील कर रहा है।
यह संगठन 3.6 अरब से अधिक लोगों या दुनिया की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करता है और इसकी जीडीपी 16.6 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील पहुंच चुके हैं। ब्राजील के लिए रवाना होने से पहले, पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन डिजिटल अर्थव्यवस्था, विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में दुनिया की पांच प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करेगा और आतंकवाद-रोधी सहयोग के लिए तंत्र भी बनाएगा।