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रतलाम : अस्पताल खून जांच में 7 की रिपोर्ट आई एचआईवी पॉजिटिव, मचा हड़कंप


रतलाम। जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में मंगलवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब खून की जांच में लगातार सात रिपोर्ट एचआईवी पॉजीटिव आई। ब्लड बैंक के कर्मचारी और प्रभारी जहां परेशान दिखे, वहीं मरीजों के परिजन चिंता में पड़ गए।

सुबह सात यूनिट ब्लड में जहां एचआईवी पॉजीटिव रिपोर्ट मिली, वहीं 10 यूनिट में तो स्पष्ट रिपोर्ट ही नहीं मिल सकी। इस पर ब्लड बैंक प्रभारी ने टेक्नीशियन से चर्चा कर किट में खराबी की आशंका जताई। ब्लड बैंक प्रभारी ने सिविल सर्जन और ब्लड बैंक के नोडल अधिकारी और पैथालॉजिस्ट को दी है।

आवश्यक प्रक्रिया के तहत मरीजों को चढ़ाए जाने वाले ब्लड और उनके परिजन द्वारा बदले में दिए जाने वाले ब्लड की एचआईवी जांच अनिवार्य रूप से लैब में एक किट के माध्यम से की जाती है। मंगलवार को भी इसी तरह की जांच की जा रही थी, तभी चौंकाने वाली रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के बारे जान अनहोनी की आशंका परेशान मरीजों के परिजन को ब्लड बैंक प्रभारी अकेले ही समझाते रहे।

जानकारी देने पर भी जब जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचे तो स्वयं ब्लड बैंक प्रभारी नीरज गुप्ता एचआईवी जांच किट के दो पैकेट लेकर सिविल सर्जन डॉ.आनंद चंदेलकर के पास पहुंचे और दूसरी किट की मांग की। उन्होंने ब्लड बैंक के नोडल अधिकारी डॉ. योगेश नीखरा और पैथालॉजिस्ट को भी रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी। इस बीच रक्त जांच के लिए आए मरीज और परिजन को लौटाने पर विवाद की स्थिति भी बनी।

35 से 40 यूनिट रक्त की जांच प्रतिदिन
जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में प्रतिदिन लगभग 35 से 40 यूनिट रक्त की जरूरत मरीजोंं को पड़ती है। इसमें एचआईवी की जांच एचआईवी किट 1-2 डब्ल्यूबीएल से होती है। जिला अस्पताल को सरकारी स्तर पर उपलब्ध कराई गई इसी किट से लंबे समय से जांच की जा रही थी। अचानक एक जैसी रिपोर्ट आने पर कर्मचारी भी हरकत में आए।

सोमवार से ही दिक्कत
ब्लड बैंक सूत्रों के अनुसार सोमवार से ही शंकास्पद रिपोर्ट आने की शिकायत आ रही थी। इसकी जानकारी नोडल अधिकारी और सिविल सर्जन को दी गई थी, पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। एक पैकेट में 50 किट रहती हैं, दो दिन में दो पैकेट खुल चुके हैं।

नई किट से ही जांच
ब्लड बैंक प्रभारी नीरज गुप्ता ने बताया कि खराबी की आशंका से किट वापस कर दी हैं। इस बारे में सिविल सर्जन सहित अन्य अधिकारियों को भी अवगत करा दिया है। नई किट मिलने तक एचआईवी की जांच नहीं हो पाएगी।

चेक कर रहे हैं
किट को लेकर जानकारी मिली है। उन्हें चेक करा रहे हैं कि टेस्टिंग में कोई गलती हुई है या किट में ही खराबी है। दूसरी किट की व्यवस्था भी करवा रहे हैं। तीन-चार माह पहले से किट के लिए ऑडर किया गया है। मरीजों को दिक्कत न हो इसके लिए तत्काल व्यवस्था कर रहे हैं।

-डॉ. योगेश नीखरा, नोडल अधिकारी, ब्लड बैंक जिला अस्पताल रतलाम

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