अयोध्या केस दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण फैसलों में से एक-जस्टिस बोबडे
नई दिल्ली। देश के नामित मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) शरद अरविंद बोबडे का कहना है कि अयोध्या केस दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण फैसलों में से एक है। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर जजों के कामकाज की आलोचना पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि अधिकांश जज जिनकी चमड़ी मोटी नहीं है, वह इससे खफा हो जाते हैं। फैसले की आलोचना के बजाय जज की आलोचना से मानहानि का केस बनता है।
जस्टिस बोबडे ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट सुस्त पड़ चुके संवैधानिक मामलों से निपटने के लिए 5 जजों की स्थाई संवैधानिक पीठ बनाने का फैसला कर सकता है। 18 नवंबर को 47वें मुख्य चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बनने वाले जस्टिस बोबडे ने बुधवार को एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि अयोध्या मामला निश्चित रूप से महत्वपूर्म है। बता दें, जस्टिस बोबडे भी इस केस की सुनवाई कर रही संविधान पीठ का हिस्सा हैं। इस मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है और अगले महीने 17 नवंबर से पहले फैसला आना है। इसी दिन मौजूदा सीजेआई रंजन गोगोई रिटायर हो रहे हैं।
मुसलमान जीत भी जाएं, तो विवादित भूमि हिदू भाइयों को सौंप दें: कल्बे सादिक
इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना डॉ. कल्बे सादिक ने बुधवार को लखनऊ में कहा कि मुसलमान अगर जीत भी जाएं तब भी वे विवादित भूमि हिदू भाइयों को सौंप दें। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह उनका निजी बयान है। जमीन गिफ्ट कर मुसलमान करोड़ों हिदू भाइयों का दिल जीत लें। फैसले से ठीक पहले कल्बे सादिक के इस बयान में हलचल पैदा कर दी है।
अयोध्या सहित पूरे यूपी में बढ़ी सतर्कता
अयोध्या सहित पूरे उत्तर प्रदेश में पुलिस और खुफिया एजेंसियों की सरगर्मी बढ़ गई है। फैसले से पहले पुलिस ने भी संवेदनशील स्थानों की नब्ज टटोलनी शुरू कर दी है। अयोध्या में अर्द्धसैनिक बल, पीएसी व पुलिस की मुस्तैदी बढ़ाये जाने के साथ ही आईबी भी लगातार नजर बनाए हुए है।