मोदी-जिनपिंग की आज कश्मीर मुद्दे पर हो सकती है बातचीत
मामल्लपुरम। चेन्नई से तकरीबन 57 किलोमीटर दूर भारत-चीन के पुराने रिश्तों के गवाह रहे मामल्लपुरम यानी महाबलीपुरम में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच गर्मजोशी भरी मुलाकात हुई। अब शनिवार सुबह मोदी-जिनपिंग के बीच सबसे अहम वार्ता होगी। इसमें दोनों देशों के बीच विवादित-निर्विवादित मसलों के अलावा वैश्विक मसलों के अलावा कश्मीर को लेकर भी चर्चा की संभावना है। इस एकांत वार्ता के बाद दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल स्तर की भी वार्ता होगी। इसके बाद दोनों पक्षों की ओर से अलग-अलग बयान जारी होंगे।
मोदी खुद छेड़ेंगे कश्मीर की बात
शनिवार को होने वाली बातचीत में कश्मीर का मुद्दा भी उठ सकता है और भारतीय पक्ष मानता है कि उसे अपनी बात रखने में कोई भी दिक्कत नहीं है। मोदी स्वयं चिनफिंग को कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने की पूरी कहानी बताना चाहेंगे। सनद रहे कि मोदी और चिनफिंग की यह बातचीत तब हो रही है जब दोनों देशों के बीच कश्मीर मुद्दे पर तल्खी बढ़ गई है। तीन दिन पहले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बीजिंग में चिनफिंग से मुलाकात की थी। तब चिनफिंग ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के पक्ष का समर्थन किया था। इस पर भारत ने बेहद कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी।
इससे पहले मोदी-जिनपिंग के बीच अप्रैल 2018 में चीन के वुहान शहर में ऐसी वार्ता का दौर हुआ था। तब वार्ता डोकलाम गतिरोध के बाद उपजे तनाव के बीच हुई थी और इस बार जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म करने और पाकिस्तान के प्रति चीन की हमदर्दी की पृष्ठभूमि में यह वार्ता हो रही है।
कृष्ण माखन बाल देखते वक्त नजर आई बांडिंग
पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने शुक्रवार शाम सबसे पहले अर्जुनतपस्या स्थली का भ्रमण किया। मान्यता है कि यहां अर्जुन ने शिव धनुष पाने के लिए तपस्या की थी। यहां से वे कृष्ण की माखन बाल देखने पहुंचे, जिसके बारे में मान्यता है कि यहां भगवान कृष्ण के हाथ से माखन का एक अंश गिर गया था। यहां करीब 250 टन का पत्थर है जो गेंदनुमा दिखाई देता है। कहा जाता है कि यह 1200 साल से एक ही स्थान पर स्थित है। इसे लुढ़काने की कोशिश भी विफल रहती है। मोदी ने जिनपिंग को इस स्थल की जानकारी दी तो शी ने हंसते हुए कुछ कहा। यहीं दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से हाथ ऊपर उठाकर अभिवादन भी स्वीकार किया।