पटवारी संघ हड़ताल : पहले कहा हड़ताल खत्म, फिर किया इंन्कार
भोपाल। तीन दिन से प्रदेशभर में हड़ताल कर रहे पटवारियों को मनाने में जुटी सरकार को रविवार सुबह कामयाबी मिली पर वह चंद घंटे भी कायम नहीं रह सकी। पटवारी संघ ने राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से चर्चा के बाद हड़ताल समाप्त करने की घोषणा की थी। दोपहर बाद संघ ने वीडियो जारी कर काम पर नहीं लौटने की बात कही। इसमें संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र बघेल ने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने खेद व्यक्त करने की जगह कहा कि मैंने माफी नहीं मांगी है। जब तक वे सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते हैं, पटवारी बस्ता नहीं उठाएगा। उधर, पटवारी ने कहा कि मेरी बातों को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है। मेरा भाव सिर्फ आपको धन्यवाद देना था। पहले भी आपके खिलाफ ऐसी कोई भावना प्रकट नहीं की।
पटवारियों की हड़ताल को लेकर प्रभावित हो रहे सर्वे के काम को देखते हुए राजस्व मंत्री राजपूत दो दिन से उन्हें मनाने में जुटे थे। उधर, उच्च शिक्षा मंत्री पटवारी ने भी ट्वीट कर पूरे विवाद पर कहा कि इंदौर के एक ब्लॉक को लेकर शिकायत के संदर्भ में कलेक्टर को निर्देश दिए थे। पूरे प्रदेश के पटवारियों को लेकर बयान नहीं दिया। मेरा भाव किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। प्रदेश के 90 फीसदी कर्मचारी ईमानदारी से काम करते हैं। सभी पटवारी मेरा परिवार हैं और विभागों में ऊंच-नीच होती रहती है।
इसके बाद रविवार सुबह राजस्व मंत्री ने पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल और संरक्षक प्रकाश माली के साथ बैठक की। इसमें हड़ताल वापस लेने पर सहमति बनी। दोनों की मौजूदगी में पत्रकार वार्ता कर उन्होंने बताया कि जीतू पटवारी ने ट्वीट कर खेद जता दिया है। पटवारी शासन का अहम अंग हैं। उनकी वेतन संबंधी मांगों को लेकर भी मुख्यमंत्री कमलनाथ से चर्चा हुई है। इसको लेकर नोटशीट भी लिखी है। कांग्रेस ने वचन पत्र में वादा भी किया है, जिसे पूरा किया जाएगा। छह माह के भीतर सरकार सकारात्मक कदम उठाएगी। इसके बाद पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने किसान हित में हड़ताल समाप्त कर तत्काल काम पर लौटने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि किसान संघों से भी इसको लेकर चर्चा की।
अतिवर्षा और बाढ़ से फसलों को नुकसान के सर्वे का काम प्रभावित हो रहा है। केंद्रीय अध्ययन दल को दोबारा भेजने का अनुरोध मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किया है। इसके मद्देनजर सर्वे का काम पूरा होना जरूरी है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए पटवारी संघ ने हड़ताल समाप्त करने का निर्णय किया है। संघ पदाधिकारियों ने जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा के निवास पर जाकर उन्हें भी हड़ताल वापस लेने की जानकारी दी।
दोपहर बाद बदला घटनाक्रम
सूत्रों का कहना है कि दोपहर बाद घटनाक्रम उस वक्त तेजी से बदला। जब संघ पदाधिकारियों को यह जानकारी लगी कि उच्च शिक्षा मंत्री ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है तो वे फिर भड़क गए। संघ के प्रांताध्यक्ष और संरक्षक ने वीडियो जारी कर कहा कि मंत्री ने पटवारियों से माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया है। यह पूरे संवर्ग और विभाग का अपमान है। जब तक वे फिर से खेद व्यक्त नहीं करते हैं तब तक पटवारी संवर्ग बस्ते नहीं उठाएगा। इसके बाद जीतू पटवारी फिर सामने आए और कहा कि उनकी बात को मीडिया में गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। मैंने पहले भी सिर्फ इंदौर के एक ब्लॉक को लेकर बात उठाई थी। पूरे पटवारियों को लेकर कोई मंशा नहीं थी।
मेरे नाम के साथ भी पटवारी जुड़ा है। आपका मान-सम्मान बढ़ाना मेरा दायित्व है। आपका और हमारा एक ही दायित्व है कि किसानों को कैसे फायदा हो। जीतू पटवारी ने कहा कि हर क्षेत्र में दस फीसदी लोग अपने दायित्व का निर्वाह ठीक ढंग से नहीं कर रहे हैं। इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है। उधर, प्रमुख सचिव राजस्व मनीष रस्तोगी ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि नव नियुक्त पटवारी यदि काम पर नहीं लौटते हैं तो सेवा नियम के हिसाब से कार्रवाई की जाए।