गांजा तस्कर बोला ये तो शंकर जी की बूटी है, टीआई ने पकड़ाई भागवत गीता
बीनागंज (गुना)। गुना जिले की चाचौड़ा पुलिस ने एक गांजा तस्कर को गिरफ्तार कर उससे 3.4 किलो गांजा जब्त किया था। थाना इंचार्ज ने गांजा तस्करी को लेकर पूछताछ शुरू की तो उसके भी उस वक्त होश उड़ गए, जब तस्कर ने इसे शंकरजी की बूटी बता दिया। इसके बाद थाना प्रभारी ने उससे पूछा कि क्या उसने किसी धर्मग्रंथ में ये पढ़ा है कि ये शंकरजी की बूटी है तो उसने मना कर दिया। इसके बाद गांजा तस्करी के आरोपित को थाना इंचार्ज ने हाथ में गीता थमाकर उसे कहा कि अब जेल में जाकर इसे पढ़ना। इसके बाद आरोपित भी खुशी-खुशी श्रीमद भागवत गीता हाथ में लेकर जेल चला गया।
ये है पूरा मामला
बता दें कि चाचौड़ा पुलिस को इलाके में लंबे वक्त से गांजा तस्कर गिरोह के सक्रिय होने की जानकारी मिल रही थी।मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी राम शर्मा ने बीनागंज बायपास स्थित ताज होटल के पास टीम भेजी तो पुलिस को देखकर एक शख्स भागने लगा। शक होते ही पुलिस ने भी उसके पीछे दौड़ लगा दी। इसके बाद उस शख्स की तलाशी ली गई तो पुलिस के भी होश उड़ गए। उसके पास से पुलिस को थैले में 3.4 किलो गांजा मिला। इसके बाद पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की तो उसने अपना नाम बहादुर सिंह पुत्र नारायण सिंह राजपूत निवासी ग्राम बरवटपुरा, थाना चाचौड़ा बताया। टीम उसे थाने लाई।
जहां थाना प्रभारी ने उससे पूछताछ की तो वह यह मानने तैयार नहीं हुआ कि गांजा मादक पदार्थ है। वह बोला कि यह तो शंकरजी की बूटी है और वे इसका सेवन करते थे। जिस पर थाना प्रभारी ने आरोपित से पूछा कि तुमने इस बारे में किसी ग्रंथ में पढ़ा है क्या, तो उसने मना कर दिया। तब थाना प्रभारी शर्मा ने गीता मंगाकर आरोपित को थमाते हुए कहा कि अब जेल में जाकर गीता का अध्ययन करना।