मेघा बनीं मध्यप्रदेश में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रांड एंबेसडर
भोपाल: यूरोप के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एल्ब्रस पर 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' का संदेश देकर वापस लौटी पर्वतारोही मेघा परमार ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मंत्रालय में भेंट की. मुख्य सचिव सुधि रंजन मोहंती ने भी मेघा को मुख्यमंत्री के साथ बधाई दी. सीहोर जिले के ग्राम भोजनगर की मेघा परमार ने रूस के पर्वत माउंट एल्ब्रस का 8 अगस्त को आरोहण किया था. मेघा मध्य प्रदेश की पहली बेटी हैं, जिसने माउंट एल्ब्रस का आरोहण किया है. मेघा परमार को महिला एवं बाल विकास विभाग मध्य प्रदेश ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है. इसी कड़ी में मेघा ने राष्ट्रीय ध्वज के साथ “Trust me“ (समाज बेटियों पर भरोसा करे, बेटियां असम्भव कार्य भी सफलतापूर्वक करती है) का संदेश प्रसारित किया.
उल्लेखनीय है कि ग्राम भोज नगर के किसान दामोदर परमार एंव मंजु परमार की बेटी मेघा परमार ने 22 मई को विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट का आरोहण किया है. ऐसा करने वाली वह प्रदेश की पहली बेटी है. मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल द्वारा मेघा का सम्मान 3 जून 2019 को किया गया था. माउंट एल्ब्रस निष्क्रिय ज्वालामुखी है, जो पश्चिमी काकेशस पर्वत श्रृंखला में स्थित है, जो कबरदीनो-बलकारिया और करचाय-चर्केसिया, रूस में जॉर्जियाई सीमा के पास है.18,510 फीट (5,642 मीटर) की ऊंचाई के साथ, यह काकेशस रेंज का हिस्सा है. जो एशिया और यूरोप मे फैला है .यह इसे यूरोप का सबसे ऊंचा पर्वत और सात शिखर में से एक बनाता है.